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गंगा जल का अब हर सेकंड होगा टेस्‍ट

अब आप दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर गंगा में फैल रहे प्रदूषण की जानकारी ले सकेंगे. इसके लिए पहली बार हरिद्वार से गंगा सागर तक गंगा और उसकी सहायक नदियों पर 'रियल टाइम वाटर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन' लगाए जाएंगे. अकेले वाराणसी में ऐसे नौ स्टेशन लगाने का प्रस्ताव है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो

अब आप दुनिया के किसी भी कोने में बैठकर गंगा में फैल रहे प्रदूषण की जानकारी ले सकेंगे. इसके लिए पहली बार हरिद्वार से गंगा सागर तक गंगा और उसकी सहायक नदियों पर 'रियल टाइम वाटर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन' लगाए जाएंगे. अकेले वाराणसी में ऐसे नौ स्टेशन लगाने का प्रस्ताव है.

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जानकारी के मुताबिक, मॉनी‍टरिंग स्‍टेशन से गंगा जल में आने वाले बदलावों का हर सेकेंड परीक्षण होगा. सोलर पावर से संचालित इन स्टेशनों को इंटरनेट से जोड़ने की योजना है ताकि अलग-अलग शहरों में गंगा प्रदूषण की स्थिति का मनचाहे समय में पता लगाया जा सके. नेशनल गंगा रीवर बेसिन अथॉरिटी के निर्णय के अनुसार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दिल्ली से इसकी ऑनलाइन जांच करेगा.

गौरतलब है कि पीएम की अध्यक्षता में 9 मई को नेशनल गंगा नदी बेसिन अथॉरिटी की बैठक में गंगा में प्रदूषण की ऑनलाइन जांच करवाने के लिए हाईटेक स्टेशन को लगाने का फैसला किया गया था. अकेले वाराणसी में नौ स्थानों पर रियल टाइम वाटर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन लगाने का प्रस्ताव है. इन स्टेशनों की स्थापना के लिए सर्वेक्षण कर स्थान भी चिह्नित कर लिए गए हैं. गंगा की सहायक नदी असि, वरुणा, गोमती के अलावा यमुना, रामगंगा, गर्रा और काली नदियों पर भी ये स्टेशन लगने हैं.

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यूपी में रुडक़ी से काशी के बीच 57 स्थानों पर गंगा के प्रदूषण की ऑनलाइन जांच कराई जाएगी. इसके लिए हापुड़, बदायूं, मुरादाबाद, बुलंदशहर, कानपुर, कन्नौज, फर्रूखाबाद, फतेहपुर और इलाहाबाद में मॉनीटरिग स्टेशन प्रस्तावित है. जल्द ही ये स्टेशन स्थापित होने शुरू हो जाएंगे, जिसके बाद गंगा प्रदूषण की जांच ऑनलाइन हो सकेगी. इसके लिए वेबसाइट जारी की जाएगी.

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