बीजेपी के पीएम पद के दावेदार नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस समेत सभी प्रतिद्वंद्वी पार्टियों पर करार प्रहार करते हुए यूपी की हवा में सियासी गरमी घोल दी. मोदी ने कानपुर की रैली में गरीबी, महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों के जरिए आम लोगों का दिल छूने और वोटों की खातिर मन टटोलने की कोशिश की.
'60 साल से झूठ बोल रही है कांग्रेस'
नरेंद्र मोदी ने यूपीए सरकार पर जमकर सियासी तीर बरसाए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश को बेवकूफ बना रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 100 दिनों में महंगाई कम करने का वादा किया था, पर उसने वादाखिलाफी की. उन्होंने कहा कि जिन्होंने वादाखिलाफी की है, उसका हिसाब-चुकता जनता चुकता करेगी.
गरीबी के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए मोदी ने कहा, 'कांग्रेस ने ऐसी हालत कर दी है कि देश के गरीबों के घर चूल्हे नहीं जल रहे हैं, बाप रोता है, माएं बिलखती हैं, बच्चे आंसू पीकर सो रहे हैं. कांग्रेस का अहंकार सातवें आसमान पर है, उसे जनता की परवाह नहीं है.'
कांग्रेसी नेताओं की भाषा देखिए...
राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए मोदी ने कहा, 'शहजादे कहते हैं कि गरीबी कुछ नहीं होती, यह तो केवल मन की अवस्था होती है. जो सोने के चम्मच लेकर पैदा हुए हैं, उन्हें क्या मालूम कि गरीबी क्या होती है? मैंने गरीबी का दर्द जाना है. वो भीड़ लेकर गरीबी देखने जाते हैं, हमने गरीबी को जिया है, हमारी पैदाइश गरीबी में हुई.'
क्या 12 रुपये में खाना मिलता है?
योजना आयोग पर निशान साधते हुए मोदी ने कहा, 'वो कहते हैं हि गांव में 26 रुपये और शहर में 31 रुपये रोज कमाने वाला गरीब नहीं होता. जिनकी सोच ही ऐसी है, वो क्या गरीब का भला करेंगे? गरीबों के घाव पर नमक छिड़का जा रहा है.'
मोदी ने कहा कि आज खाद्य सुरक्षा बिल की बात की जा रही है, लेकिन मिड-डे मील में जितना अनाज बच्चों को दिया जा रहा है, उससे भी कम अनाज बड़ों को देने का कानून बनाया है. ये लोगों को भूखा रखने का बिल है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को सत्ता से बेदखल कर देना चाहिए, तब उन्हें पता चलेगा कि गरीब की भूख क्या होती है.
मनमोहन और सोनिया पर सीधा प्रहार
मोदी ने कहा, 'प्रधानमंत्री महंगाई के मसले पर नहीं बोलते हैं. सोनिया ने कभी महंगाई की बात ही नहीं की. मैं पूछता हूं कि जिनको आपकी परवाह नहीं है, क्या आपको उनकी परवाह करनी चाहिए? इन लोगों को बेवफाई की ऐसी सजा दीजिए कि सालों-साल ऐसे लोगों की वादाखिलाफी करने की हिम्मत ना हो.'
कोयला घोटाले का भी किया जिक्र
कोयला घोटाले का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कोयला घोटाले की केवल फाइलें गुम नहीं हुई हैं, बल्कि पूरी की पूरी सरकार ही खो गई है. सरकार ने फाइलें नहीं, हमारी लाइफ खो दी है. कानपुर में जो प्रदूषण है, वो दिल्ली के कोयले की राख का है. हमारे गांव, हमारे गरीब, हमारे किसान, कांग्रेस के लिए यह सिर्फ मजाक का विषय है.'
एसपी-बीएसपी पर भी बरसे
एसपी और बीएसपी पर बरसते हुए मोदी ने कहा, 'ये संसद में कुछ बोलते हैं और पर्दे के पीछे से कांग्रेस की सरकार को बचाने का काम करते हैं. ऐसे लोग आपके उत्तर प्रदेश में भी हैं. ऐसे दल अपने पाप छिपाने के लिए कांग्रेस का पाप छिपाते हैं. इस देश का संकल्प होना चाहिए कि न सिर्फ कांग्रेस, बल्कि उनके सहयोगियों को भी आने वाले चुनाव में जनता राजनीति में नीचे धकेल दे.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लगना चाहिए.
यूपी की कानून-व्यवस्था पर सवाल
मोदी ने यूपी में बढ़ते अपराध को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, 'यूपी में कानून-व्यवस्था चौपट हो गई है. एक साल में 5000 से ज्यादा निर्दोष लोगों की हत्या हो गई, फिर भी यूपी सरकार वोटबैंक की राजनीति करती है. जिन पर आतंकवाद के आरोप हैं, ऐसे लोगों को भी जेल से रिहा करने की कोशिश हो रही है.'
यूपी का रहा है गौरवशाली इतिहास
मोदी ने कहा, 'इस भूमि ने 8 प्रधानमंत्री दिए, यहां से बड़े दिग्गज चुनकर आते हैं, फिर भी यहां के लोगों को रोजी-रोटी के लिए सैकड़ों मील दूर गुजरात आना पड़ता है. अगर यूपी में विकास होता, तो पलायन नहीं होता. गंगा-यमुना-सरस्वती की त्रिवेणी पूरे हिंदुस्तान के लोगों की आन, बान और शान का विषय है. जिसके लिए यूपी आस्था का केंद्र बना था, उसी यूपी में सपा, बसपा व कांग्रेस की तिकड़ी ने आस्था को ग्रहण लगा दिया. जब तक यह तिकड़ी रहेगी, तब तक ऐसा ही रहेगा, इसलिए इस तिकड़ी से मुक्ति जरूरी है.'
जनसैलाब देखकर मग्न हुए मोदी
भारी जनसैलाब के बीच नरेंद्र मोदी ने कहा, 'चुनाव में सभाएं पहले भी की हैं, कानपुर पहले भी आया हूं और देश के अन्य इलाकों में भी जाता हूं, लेकिन इस चमचमाती धूप में मैं ये मानव सागर देख रहा हूं. जहां तक नजर पहुंच रही है, मुंड ही मुंड है. चुनाव में तो आप ताकत दिखाएंगे ही, लेकिन कानपुर की इस रैली ने मुझे जीत लिया है.'
कानपुर के लोगों के प्रति आभार जताते हुए मोदी ने कहा, 'इतनी धूप में भी पलक-पांवड़े बिछाकर अपने जो प्यार दिया है और जो स्वागत किया है, उसके लिए मैं आपका अभिनन्दन करता हूं. धूप में आप जो तपस्या कर रहे हैं, मैं उसे बेकार नहीं जाने दूंगा. मैं देख सकता हूं कि देश के कोने-कोने में जो प्यार उमड़ रहा है, उस प्यार के साथ इस देश को तबाह करने वाली कांग्रेस और उसके साथी दलों के प्रति जनता अपने गुस्से को भी प्रकट कर रही है.'
'नरेंद्र मोदी जिंदाबाद' के नारे के बीच उन्होंने लोगों से कहा, 'आप जो जयकारा लगाते हैं, वो देश को तबाह करने वालों को तबाह करने का संकल्प लेकर आता है.'
मोदी ने जनता से सीधे-सीधे सवाल किया, 'मैं आपसे पूछता हूं, आपलोगों ने जिन कठिनाइयों में जिंदगी गुजारी है, क्या आप अपने बच्चों को भी ऐसी ही जिंदगी जीने के लिए मजबूर करना चाहते हैं? आप अपने बच्चों का भविष्य बदलना चाहते हैं? उनके भाग्य को सुनिश्चित करना चाहते हैं? अगर आपको अपने बच्चों से प्यार है और आप उनका भविष्य ठीक करना चाहते हैं, तो संकल्प करें कि आपको जिसने तबाह किया, उसे आप अपने बच्चों का भविष्य तबाह नहीं करने देंगे.'