बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी 19 अक्टूबर को कानपुर में रैली के साथ यूपी में अपने चुनावी अभियान का भी आगाज करेंगे.
रणनीतिक तौर पर बेहद महत्वपूर्ण कानपुर से यूपी में अपनी धमक दिखाने के साथ ही नरेंद्र मोदी सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के गढ़ इटावा, मैनपुरी, कन्नौज और ओरैया में सेंध लगाने की कोशिश करेंगे. हालांकि मोदी के इस दांव को असरदार बनाने के लिए प्रदेश बीजेपी के पदाधिकारी तैयारी में जुट गए हैं.
मुलायम के असर वाले जिलों से भारी भीड़ लाने का जिम्मा बीजेपी के स्थानीय पदाधिकारियों को सौंपा गया है. इसके अलावा रैली में अल्पसंख्यकों की भागीदारी पर भी जोर दिया जा रहा है. बीजेपी चाहती है कि मोदी की रैली में बड़ी संख्या में मुसलमान शामिल हों.
इसके लिए कानपुर और आसपास के जिलों के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में गुजरात अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ द्वारा तैयार की गई एक पुस्तिका बांटी जा रही है. इसमें गुजरात में मुसलमानों के लिए किए गए कार्यों की चर्चा है. उत्तर प्रदेश बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा की अध्यक्ष रूमाना सिद्दीकी को भी मुस्लिम इलाकों में सघन जनसंपर्क करने का जिम्मा सौंपा गया है.
रैली में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए कानपुर के सभी तकनीकी संस्थानों तथा महाविद्यालयों आदि में लगातार जनसंपर्क किया जा रहा है. मोदी के लिए तैयार मंच को अभी अंतिम रूप दिया जा रहा है. नरेंद्र मोदी के लिए बनाया जा रहा हेलीपैड मंच से ज्यादा दूर नहीं रहेगा. ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि मोदी सुविधाजनक रूप से बिना किसी बाधा के मंच तक पहुंच जाएं.
इस बीच बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी श्रीकांत शर्मा 16 अक्टूबर को लखनऊ आ रहे हैं. वे लखनऊ और कानपुर में मीडिया संबंधी तैयारियों का जायजा लेंगे.