बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान को स्वार्थपूर्ण बताते हुए शनिवार को कहा कि उन्होंने भारतीय मुसलमानों की देशभक्ति के संबंध में जो बयान दिया है, इसकी सत्यता पर लोगों का शंकित होना स्वाभाविक है. यह बात उनके और उनकी पार्टी के स्वभाव से बिल्कुल मेल नहीं खाती.
बसपा प्रमुख ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री बनने के लगभग चार महीने बाद अपने पहले साक्षात्कार में मोदी द्वारा यह स्वीकार करना कि भारतीय मुसलमान देशभक्त हैं और वे देश के लिए जीते-मरते हैं, इनका यह बयान पूरे तौर से राजनीतिक व स्वार्थपूर्ण है.
मायावती ने मोदी पर हमला बोलते हुए कहा है कि वे एक तरफ मुसलमानों को देशभक्त बता रहे हैं तो दूसरी तरफ उनकी पार्टी की छात्रशाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लोग लखनऊ में छात्राओं की कार्यशाला आयोजित कर 'लव जिहाद' जैसे मुद्दे बनाकर नफरत फैलाने व अन्य विभाजनकारी मुद्दों को लेकर देश का माहौल खराब करने का काम कर रहे हैं.
मायावती ने बीजेपी के वैचारिक संगठनों को घेरे में लेते हुए कहा कि मोदी और उनके समवैचारिक संगठनों के विचारों में काफी फर्क है. मोदी, उनकी पार्टी और उनके सहयोगी संगठनों का चरित्र, आचरण व व्यवहार ठीक इनके इस बयान के विपरीत है.
उन्होंने कहा कि वैसे भी गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की सुरक्षा व कल्याण के संबंध में मोदी का अत्यंत ही खराब रिकार्ड रहा है. वह देश व दुनिया से कोई छिपा हुआ नहीं है.
मायावती ने कहा कि मोदी को यह बात याद रखनी चाहिए कि ये उन्हीं की पार्टी के लोग हैं जो भारतीय मुसलमानों के प्रति हर प्रकार से नफरत, तनाव व दहशत फैलाने का काम हमेशा से करते रहे हैं और दंगा फैलाकर व्यापक जान-माल की हानि का घोर गैर-कानूनी काम करने के भी अभिुयक्त हैं.