प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके गुजरात में बने उनके मंदिर पर निराशा जताई, लेकिन गुजरात ही नहीं उत्तर प्रदेश के भगवानपुर में भी शिव मंदिर में उनकी एक मूर्ति रखी गई है.
इस मंदिर में नरेंद्र मोदी की मूर्ति को शिव आराधना करते दिखाया गया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह जानते हुए कि अपने मंदिर बनने से पीएम मोदी नाराज है, मंदिर के मुख्य पुजारी बिजेंद्रनाथ मिश्रा ने कहा, 'हमने नरेंद्र मोदी की यह मूर्ति मई 2014 में लोकसभा चुनावों के दौरान रखी थी. मूर्ति से यह दिखाने का उद्देश्य था कि शिव आराधना करके मोदी प्रधानमंत्री बन गए.
पुजारी ने इस बात की भी पुष्टि की कि यह शिवालय है ना की मोदी मंदिर. मिश्रा का यह दावा है कि मंदिर में प्रधानमंत्री की मूर्ति की पूजा नहीं होती है, लेकिन साफ-सफाई रोज होती है. जब उनसे पूछा गया कि लोकसभा चुनाव में जीत के बाद भी मोदी की मूर्ति को क्यों नहीं हटाया गया तो जवाब में उन्होंने कहा, 'जब ये मूर्ति रखी गई थी, तो उनकी जीत के लिए थी. अब माना जा रहा है कि वह देश की तरक्की के लिए शिव की पूजा कर रहे हैं.'
मिश्रा ने यह भी कहा कि मूर्ति तब हटाई जाएगी, जब मोदी यहां आएंगे और 'यजना' में हिस्सा लेंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि मंदिर की ओर से 5 फरवरी को नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी गई है और उनसे यहां के लिए थोड़ा वक्त निकालकर आने का निमंत्रण दिया गया है.