बसपा में कभी कद्दावर नेता रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी कल यानी गुरुवार को कांग्रेस का दामन थामेंगे. सिद्दीकी के साथ करीब एक दर्जन पूर्व सांसद और विधायक भी कांग्रेस में शामिल होंगे.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी अपने समर्थक नेताओं के साथ नई दिल्ली में कांग्रेस के महासचिव और यूपी के प्रभारी गुलाम नबी आजाद और प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता लेंगे.
बता दें कि नसीमुद्दीन बसपा सुप्रीमो मायावती का दाहिना हाथ माने जाते थे. पार्टी का मुस्लिम चेहरा थे. पिछले साल यूपी के 2017 विधानसभा चुनाव के बाद मई में पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते मायावती ने उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था. इसके बाद सिद्दीकी ने मायावती पर पलटवार करके कई आरोप लगाए थे. उन्होंने मायावती के साथ बातचीत के रिकार्डिंग भी जारी की थी, आरोप लगाया था कि इसमें मायावती उनसे पैसे पहुंचाने की बात कर रही हैं.
नसीमुद्दीन बीएसपी की सभी सरकारों और पार्टी में वह अहम पदों पर रहे हैं. मौजूदा समय में वह विधानपरिषद सदस्य हैं बसपा से निकाले जाने के बाद उन्होंने राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा नाम से एक मोर्चा बनाया था और बसपा से निकाले गए लोगों को एकजुट कर रहे थे.
सिद्दीकी के साथ उनके बेटा अफजल सिद्दीकी और बसपा के कई पूर्व पदाधिकारी भी कांग्रेस में शामिल होंगे. अफजल सिद्दीकी बसपा के टिकट पर 2014 में फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ चुके हैं. यूपी के विधानसभा चुनाव में बीएसपी के पश्चिम यूपी में पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका भी निभाई थी.