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कभी मायावती के राजदार रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी अब थामेंगे सपा का दामन

जहां अखिलेश यादव का औपचारिक रूप से अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय है. वहीं नसीमुद्दीन बीएसपी से समाजवादी पार्टी में आने वाले सबसे बड़ा चेहरा होंगे. नसीमुद्दीन का समाजवादी पार्टी में जाना सपा-बसपा एकता में खलल के रूप में देखा जा सकता है.

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नसीमुद्दीन सिद्दीकी (फाइल फोटो)
नसीमुद्दीन सिद्दीकी (फाइल फोटो)

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कभी मायावती के सिपहसालार रहे नसीमुद्दीन सिद्दीकी अब समाजवादी पार्टी में शामिल होंगे. नसीमुद्दीन सिद्दीकी का अखिलेश का दामन थामना तय माना जा रहा है.

5 अक्टूबर को पूर्व बसपा राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दकी अपने हज़ारों समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी के आगरा में होने वाले राज्य स्तरीय अधिवेशन में सपा में शामिल होंगे. इस अधिवेशन में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष का भी चुनाव होगा.

जहां अखिलेश यादव का औपचारिक रूप से अध्यक्ष चुना जाना लगभग तय है. वहीं नसीमुद्दीन बीएसपी से समाजवादी पार्टी में आने वाले सबसे बड़ा चेहरा होंगे. नसीमुद्दीन का समाजवादी पार्टी में जाना सपा-बसपा एकता में खलल के रूप में देखा जा सकता है.

सपा ने किया था निष्कासित

गौरतलब है कि मई में बहुजन समाज पार्टी ने कद्दावर नेता और सबसे बड़े मुस्लिम चेहरे नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. बसपा ने सिद्दीकी पर पार्टी की छवि खराब करने का आरोप लगाया था. बसपा ने दावा किया था कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पश्चिमी यूपी में बेनामी संपत्ति और बूचड़खाने लगाए हैं. नसीमुद्दीन ने लोगों से बीएसपी की सरकार के नाम पर पैसे लिए.

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नसीमुद्दीन ने बनाई थी नई पार्टी

बसपा से अलग होने के बाद नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने 'राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा’ नाम से नई राजनीतिक पार्टी बनाई थी. नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बसपा से अलग होने के मायावती पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी और उनके परिवार की जान को मायावती के लोगों से खतरा है. इस संबंध में उन्होंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके अपने लिए जेड श्रेणी सुरक्षा की मांग की थी.

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