उन्नाव की बलात्कार पीड़िता को जिंदा जलाने की घटना का संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी.
आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने डीजीपी को पत्र लिखकर कहा कि महिलाओं के अधिकार सुरक्षित रखने के लिए कई कानून बनाने के बावजूद राज्य की राजधानी में महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों को लेकर आयोग परेशान है. उन्होंने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आवश्यक है कि राज्य सरकार इस प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट सौंपे.
रेखा शर्मा ने पत्र में कहा, 'मुद्दे की गंभीरता पर विचार करते हुए आपसे आग्रह किया जाता है कि दुष्कर्म पीड़िता की ओर से दुष्कर्म की शिकायत किए जाने के दिन से अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट दें और दुष्कर्म पीड़िता को सुरक्षा देने में नाकाम रहने वाले दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'
बहरहाल, उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को लखनऊ के सिविल हॉस्पिटल से दिल्ली के सफदरजंग में शिफ्ट किया गया है. डॉक्टरों की रिपोर्ट के बाद पीड़िता को एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया है. पीड़िता को दिल्ली पहुंचाने के लिए 2 सीओ और अस्पताल प्रशासन को लगाया गया था. पीड़िता को बंदरिया बाग और अर्जुनगंज होते हुए शहीद पथ रास्ते से लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचाया गया था.
जब पीड़िता दिल्ली पहुंची, तो उसको एयरपोर्ट से सफदरजंग पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. पीड़िता को एयरपोर्ट से पालम टंकी, परेड रो, जीजीआर रो, धौला कुआ और रिंग रोड होते हुए सीधे सफदरजंग पहुंचाया गया. ग्रेटर नोएडा की सीओ तनु उपाध्याय की टीम भी एयरपोर्ट पहुंची और एंबुलेंस के साथ सफदरजंग हॉस्पिटल गई.
जलने के बावजूद चली 1 किलोमीटर
हैदराबाद के बाद उत्तर प्रदेश के उन्नाव में इंसानियत को तार-तार करने वाली यह घटना सामने आई है. गैंगरेप पीड़िता को खेत में जिंदा जलाने की कोशिश की गई है. पीड़िता के शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा जल चुका है. पीड़िता जलने के बाद एक किलोमीटर तक मदद के लिए भागी थी. उसने खुद ही पुलिस को कॉल भी किया था.