उत्तर प्रदेश विधानसभा में विस्फोटक (PETN) मिलने के मामले की जांच एनआईए (NIA) करेगी. राज्य सरकार ने कहा कि सदन के अंदर विस्फोटक लाना देश को अपमानित करने जैसा है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच एनआईए से कराने को कहा है.
सूत्रों के मुताबिक़ उत्तर प्रदेश विधान सभा मे PETN विस्फोटक मिलने के मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जो NIA जांच के जो आदेश दिए हैं, उस पर यूपी सरकार से आधिकारिक पत्र मिलने के बाद इसकी जांच NIA को सौंप सकता है. MHA से ऑफिसियल कम्युनिकेशन मिलने के बाद आधिकारिक तौर पर NIA जांच को अपने हाथ में ले सकती है.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा में चालू सत्र के दौरान विस्फोटक मिलने के बाद हड़कंप मच गया. एक दिन पहले जांच के दौरान पाए गए पदार्थ की फॉरेंसिक जांच के बाद इसे पीईटीएन विस्फोटक बताया गया है. इस बेहद गंभीर घटना के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सदन में कहा कि सुरक्षा केवल राज्य सरकार की जिम्मेदारी नहीं है.
योगी ने कहा कि 12 जुलाई 2017 को बजट सत्र के दौरान विधायकों के अलावा कोई नहीं आ सकता. किंतु नेता प्रतिपक्ष की सीट के पास विस्फोटक मिलना बड़ी चिंता की बात है. उन्होंने कहा है कि इस मामले की एनआईए से जांच होनी चाहिए.
सीएम योगी ने विधायकों से कहा है कि कोई भी सदस्य विधानसभा में मोबाइल लेकर ना आए. यदि कोई फोन लेकर आता है तो उसे वाइब्रेशन मोड पर रखें. साथ ही यदि कोई सदस्य भाषण देना चाहता है तो साथ में एक नोटबुक लेकर आएं. सीएम ने कहा कि जो पदार्थ मिला है, उसकी फॉरेंसिक जांच के बाद पता चला कि ये विस्फोटक है. उन्होंने कहा कि पूरे विधानसभा भवन को उड़ाने के लिए महज 500 ग्राम विस्फोटक काफी है और सदन में 150 ग्राम विस्फोटक मिला है.