उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में तमाम संगठन के नेता राजधानी लखनऊ में लगातार सक्रिय नजर होते हुए दिखाई पड़ रहे हैं. निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद को लेकर खबरें चल रही हैं कि वो बीजेपी से डिप्टी सीएम का पद चाहते हैं. हालांकि, आज उन्होंने साफ कहा कि मेरी कोई मांग नहीं है. इस बीच देर शाम संजय निषाद ने सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात की.
सीएम योगी से मुलाकात के बाद संजय निषाद ने आजतक से कहा, सीएम ने उन्हें आश्वादन दिया है कि उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाएगा. निषाद ने कहा की सीएम योगी ने मायावती के दौर में उनके और उनके समुदाय के खिलाफ दर्ज केस की रिपोर्ट भी मांगी है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए प्रेरित किया. उन्होंने दावा किया कि सीटों का बंटवारा बीजेपी करेगी और निषाद पार्टी आरक्षण की मांग को लेकर उनके साथ है.
इससे पहले निषाद पार्टी के प्रमुख ने कहा हमारी कोई मांग नहीं है, बस इतना कहना है जो बीजेपी ने वादा किया था उसे पूरा कर दे. हम लोग मांगने वाले लोग नहीं है. हमने तो राम जी को नाव पर बैठाकर नदी पार करवाई थी और कोई पैसा नहीं लिया था. युद्ध में निषाद राज ने सेना देकर उनका सहयोग भी किया था, लेकिन उसके बदले में कुछ नहीं मांगा था.
संजय निषाद ने कहा कि बीजेपी के साथ हम 2019 में आए थे, उन्होंने हमारे आरक्षण के मुद्दों को हल करने के लिए कहा था. हम मोदी जी के साथ खड़े थे, उनको 40 सीटें जिताईं, वो भी तब जब सपा-बसपा एक हो गई थी.
क्लिक करें- कैसे जीता जाए 2022 का समर? मंथन के लिए BJP ने बुलाए चार पुराने धुरंधर
उन्होंने कहा कि हमारे पास 160 सीटें निषाद बाहुल्य वाली हैं और 70 सीटें 75 हजार से अधिक वोटर्स वाली हैं. हमारी कोई मांग नहीं है. बीजेपी ने खुद कहा था कि आपको (संजय निषाद) कांग्रेस ने और अन्य पिछली पार्टियों ने छला है, आप हमारे साथ आइए, हम आपको पावर देंगे.
पिछली सरकार में जो आप लोगों पर मुकदमा हुआ है, उसे वापस करेंगे और निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं को कहीं ना कहीं एडजस्ट करेंगे. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में इसलिए नुकसान हुआ क्योंकि हमारा समाज नाराज है.
निषाद समाज के नेता ने आगे कहा कि महाराज जी (योगी आदित्यनाथ) ने मुख्यमंत्री बनने से पूर्व का था कि हम आएंगे तो आप को आरक्षण देंगे, लेकिन नहीं दिया. हमारा नाम पिछली सरकारों ने पिछड़ी जाति में डाल दिया, जबकि हम लोग अनुसूचित जाति में आते हैं. सपा-बसपा और कांग्रेस ने हमें आरक्षण नहीं दिया और अब बीजेपी भी यही कर रही है.
उन्होंने कहा कि हमने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से भी मुलाकात की, जब जेपी नड्डा प्रभारी के तब भी और जब आज राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं तब भी. नड्डा जी से हमने मिलकर कहा कि हमारा समाज आज गदगद है जब आप राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं लेकिन अभी तक हमारे समाज के लिए किए गए वादे पूरे नहीं हुए. अमित शाह जी का कहना है कि 2022 में मांगे पूरी की जाएंगी. मैं तो हमेशा उनके साथ रहूंगा लेकिन हमारा समाज अब उनसे दूरी बना रहा है, जिसका नतीजा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में देखा जा चुका है.
संजय निषाद आगे कहते हैं कि निषाद राज के किले पर हजारे लाशें जलती हैं क्योंकि ऐसी मान्यता है कि राम जी को यहीं से स्वर्ग मिला था और ऐसी भी मान्यता है कि जिसका भी वहां पर अंतिम संस्कार होगा उन्हें स्वर्ग मिलेगा. लेकिन अधिकारियों ने शव जलाने के लिए लकड़ी बंद कर दी तो परिजन लाश लेकर कहां जाते? तो इधर-उधर फेंक दिया. लेकिन वह अधिकारी आज भी घूम रहे हैं उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.