शासन की प्राथमिकताओं, विकास कार्यों को तय समय पर पूरा कराने और जन समस्याओं को प्रभावी ढंग से हल कराने के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण को नोडल अफसर बनाया गया है. उन्होंने शनिवार को सभी सरकारी महकमों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की. नोडल अफसर ने डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों से निपटने की तैयारी को परखा. नोडल अफसर ने सभी सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में 24 घंटे चिकित्सकों को तैनात रखने के निर्देश दिए. हर अस्पताल में हेल्प डेस्क भी बने. मरीजों को पूरी जानकारी दी जाए.
ऑनलाइन समीक्षा बैठक में नोडल अफसर नरेंद्र भूषण ने कहा कि किसी भी समय अस्पताल आने वाले डेंगू या मलेरिया आदि के मरीज को बिना इलाज लौटाया न जाए. ऐसा करने पर संबंधित चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सभी अस्पतालों में बुखार पीड़ित मरीजों के लिए बेड आरक्षित रहे. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी औचक निरीक्षण कर अस्पतालों की तैयारियों का जायजा लें. उन्होंने हेल्पलाइन नंबर 18004192211 भी जारी किया.
उन्होंने आगे कहा कि पीड़ित मरीज नंबर पर कॉल करके इलाज के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है. एंबुलेंस को भी तैयार रखें. मरीज की कॉल आने पर उसे तत्काल उपलब्ध कराया जाए. नोडल अफसर ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच तैयारियों की भी समीक्षा की. हर अस्पताल में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
बाढ़ से निपटने की तैयारियों को भी परखा
इसके अलावा, दो नदियों हिंडन व यमुना के बीच बसे होने के कारण जिले में बाढ़ से निपटने की तैयारियों को भी परखा. दादरी में ट्रैफिक जाम की समस्या का विस्तृत प्लान बनाकर शीघ्र देने को कहा. कहीं भी जलभराव होने पर तत्काल पंप लगाकर पानी निकासी का इंतजाम करने के निर्देश दिए. छिजारसी के स्कूल में पानी भरने की समस्या का स्थायी निदान करने को कहा. ऑनलाइन समीक्षा बैठक में नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी, सीडीओ अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी आदि मौजूद रहे.
वहीं, एसोटेक प्रा. लि. को आवंटित ग्रुप हाउसिंग भूखण्ड सं. जीएच 04. सैक्टर 78 नौएडा के भवन मानचित्र दिनांक 02 मार्च 2012 को कुल 05 टॉवर के मानचित्र स्वीकृत किये गए, जिनमें भूतल पर स्टिल फ्लोर स्वीकृत है. आवंटी संस्था द्वारा टॉवर सं०-'एच' व 'एफ' में स्वीकृत स्टिल्ट फ्लोर पर ऑफिस एवं फ्लैट का अनाधिकृत निर्माण किया गया है, जिसके सम्बन्ध में परिसर में रह रहे. निवासियों द्वारा समय-समय पर शिकायतें की गयी हैं. उक्त शिकायतों के क्रम में प्राधिकरण द्वारा स्वीकृत मानचित्रों के विपरीत किये गये. निर्माण को हटाने हेतु आवंटी संस्था को समय-समय पर कई नोटिस जारी किये गये परन्तु आवंटी संस्था द्वारा वर्तमान तक अनाधिकृत निर्माण को हटाने की कोई कार्यवाही नहीं की गयी है.