प्रदेश सरकार ने लखनऊ, आगरा, नोएडा व ग्रेटर नोएडा को साइकिल फ्रेंडली सिटी के रूप में विकसित करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इसके लिए कार्ययोजना बनाकर इस पर प्राथमिकता से कार्य करने का निर्देश दिया है.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार ने समाज के कमजोर वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर यह निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को नोएडा में विश्वस्तरीय ग्रीन पार्क के निर्माण को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी. इसी बैठक में उन्होंने साइकिल फ्रेंडली सिटी के विकास को लेकर अपनी योजना का खुलासा किया.
उन्होंने नोएडा व ग्रेटर नोएडा के कारखानों व अन्य संस्थानों में बड़ी संख्या में कार्यरत मजदूरों व विद्यार्थियों की उपस्थिति का हवाला देते हुए कहा कि इस योजना सीधे इन्हें लाभ होगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया है कि इन नगरों में अब जो भी विकास होंगे, साइकिल फ्रेंडली होंगे. इसके लिए इन शहरों में साइकिल ट्रैक, स्टैंड व शेल्टर की स्थापना की जाएगी. इतना ही नहीं यहां लोगों को किराए पर साइकिल मुहैया कराने की भी व्यवस्था होगी.
उन्होंने कहा कि आगरा में नियमित रूप से बड़ी संख्या में देशी-विदेश पर्यटक आते हैं. विदेशी पर्यटक साइकिल के उपयोग को वरीयता देते हैं. लिहाजा आगरा को साइकिल फ्रेंडली सिटी के रूप में विकसित किए जाने से पर्यटकों को सहूलियत होगी. उन्होंने कहा कि साइकिल फ्रेंडली सिटी के लिए अधिकारी विदेशों में उपलब्ध कराई जा रही इस तरह की सुविधा का अध्ययन भी करेंगे.