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नोएडा: फिर संकटमोचक बने गुरुद्वारे, 500 क्वारनटीन लोगों को पहुंचा रहे खाना

सेक्टर 18 गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरुप्रीत सिंह ने बताया कि रोजाना हम 500 लोगों को लंच और डिनर पहुंचा रहे हैं. डिनर में रोटी और सब्जी जबकि लंच में रोटी सब्जी और चावल.

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गुरुद्वारा में लोगों के लिए बनता खाना
गुरुद्वारा में लोगों के लिए बनता खाना
स्टोरी हाइलाइट्स
  • संकटमोचक बने गुरुद्वारे
  • क्वारनटीन लोगों पहुंचा रहे खाना
  • रोजाना 500 लोगों की हो रही मदद

कोरोना संकट के बीच कई धार्मिक स्थल आगे आकर मदद  भी कर रहे हैं जरूरत पड़ने पर हर जरूरी सुविधा भी उपलब्ध करवा रहे हैं. इस समय नोएडा में भी कोरोना की जबरदस्त मार देखने को मिल रही है. कई लोग संक्रमित हो चुके हैं और कई अपने घर में ही क्वारंटीन है. ऐसे भी मामले सामने आए हैं जहां पर पूरा परिवार ही घर पर आइसोलेट हो चुका है. ऐसे में लोगों को अब खाने-पीने की समस्या होने लगी है.

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फिर संकटमोचक बने गुरुद्वारे

इस समस्या को देखते हुए फिर संकटमोचक बन मदद को आगे आए हैं नोएडा के गुरुद्वारे जहां पर रोजाना 500 लोगों के लिए खाने का इंतजाम किया जा रहा है. बकायदा एक लिस्ट तैयार की गई है जहां पर उन सभी लोगों के नाम मौजूद हैं जिन्हें इस मुश्किल समय में टिफिन पहुंचाना है. नोएडा सेक्टर 18 में मौजूद गुरुद्वारा कमेटी ने ये जिम्मेदारी ले रखी है और वे पूरी शिद्दत से लोगों की सेवा में लग गए हैं.

500 लोगों को पहुचा रहे लंच-डिनर

सेक्टर 18 गुरुद्वारा के हेड ग्रंथी ज्ञानी गुरुप्रीत सिंह ने बताया कि रोजाना हम 500 लोगों को लंच और डिनर पहुंचा रहे हैं. डिनर में रोटी और सब्जी जबकि लंच में रोटी सब्जी और चावल. ये वो परिवार हैं जो क्वारनटीन में हैं. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि गुरुद्वारा सिर्फ लोगों तक लंच या डिनर नहीं पहुंचा रहे हैं, बल्कि उनकी सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इसी वजह से सैनिटाइजेशन पर पूरा जोर दिया जा रहा है और खाने को भी साफ-सुथरे पैकेट में पैक किया जाता है. 

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नोएडा में लोगों को बड़ी राहत

प्रक्रिया की बात करें तो गुरुद्वारा में बने इस किचन में ही खाना बनाया जाता है और फिर साफ सफाई से इस डिब्बे में पैक किया जाता है. उसके बाद पैकिंग खाना एक टेबल पर रख दिया जाता है. सभी सेक्टर के वालिंटियर आते हैं और अपने -अपने सेक्टर का खाना उठाते हैं और लिखे पते पर खाना देकर आते हैं. मालूम हो कि दिल्ली से सटे नोएडा में कई नामी और मल्टी नेशनल कंपनियां हैं जहां लोग बाहर से आकर काम करते हैं और यहीं फ्लैट लेकर रहने लगते हैं. ऐसे में जब इस महामारी ने उन्हें और उनके परिवार को चपेट में लिया तो देखभाल के लिए कोई भी रिश्तेदार मौजूद नहीं है, ऐसे वक्त में ये गुरुद्वारे लोगों के लिए देवदूत बन मदद करने के लिए आगे आए हैं.

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