उत्तर प्रदेश के नोएडा के एक पार्क में नमाज पढ़ने को लेकर उठे विवाद पर जेडीयू प्रवक्ता केसी त्यागी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अतीत में उत्तर प्रदेश की किसी भी सरकार ने ऐसा प्रतिबंध नहीं लगाया था. सार्वजनिक स्थानों का इस्तेमाल करने के लिए प्रशासन की अनुमति आवश्यक होती है, लेकिन अभी तक नमाज के लिए छूट रही है. हम सार्वजनिक स्थानों पर होली के लिए इकट्ठा होते हैं, हम कांवड़ियों को जमा करते हैं, सिख भाइयों की संगत होती है. अगर सिर्फ मुसलमानों की नमाज पर पाबंदी लगाई जा रही है तो यह ठीक नहीं है.
असदुद्दीन ओवैसी के बयान पर त्यागी का कहना है कि ओवैसी और मेरे विरोध में फर्क है. ओवैसी आपत्तिजनक और उत्तेजनात्मक बयानों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन मेरा बयान ऐसा नहीं है. उनका कहना है कि हम होली के कार्यक्रम पार्क में करते हैं. क्रिश्चियन्स- सिखों का कार्यक्रम होता है तो मुस्लिमों के साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए.
तीन तलाक के मुद्दे पर केसी त्यागी का कहना है कि जेडीयू सुधारों की समर्थक है. हमारी पार्टी के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने लॉ कमीशन के चेयरमैन को पत्र लिखा है कि पार्टी तीन तलाक की समर्थक है, लेकिन यह बहुत नाजुक मुद्दा है और इसमें आम सहमति बनाने के प्रयास करने चाहिए. जितने भी स्टेकहोल्डर्स है उन्हें भी विश्वास में लिया जाना चाहिए. चर्चा होनी चाहिए. जल्दबाजी और थोपने का प्रयास ठीक नहीं होता है.
क्या है नोएडा नमाज विवाद
नोएडा में सेक्टर-58 के पार्क में नमाज पढ़ने को लेकर विवाद है. एक शिकायतकर्ता ने नमाज पढ़ने की शिकायत की थी. इसके बाद पुलिस ने पार्क में नमाज पढ़ने से मना किया था. इसके बावजूद नमाज पढ़ने पर दो लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया था.