कोरोना की दूसरी लहर ने देश की स्वास्थ्य सेवाओं को ध्वस्त कर दिया था. अस्पतालों में बेड नहीं थे, ऑक्सीजन का पर्याप्त इंतजाम नहीं हो रहा था और समय रहते वेंटिलेटर भी नहीं मिल पा रहे थे. अब जिन्हें किस्मत से बेड मिल भी रहे थे, वहां भी अस्पतालों द्वारा मरीज के परिजनों से ज्यादा पैसे वसूलने की शिकायतें लगातार आ रही थीं. अब ग्रेटर नोएडा के तीन अस्पतालों को लेकर भी ऐसी ही शिकायतें सामने आई हैं जहां पर उन पर ज्यादा पैसे वसूलने का आरोप लगा है.
ये अस्पताल हैं- सेक्टर 71 का कैलाश हॉस्पिटल, यथार्त अस्पताल और शर्मा अस्पताल. अलग-अलग परिजनों द्वारा इन अस्पतालों के खिलाफ शिकायत की गई है. जिसके बाद PPGC ने उन्हें नोटिस जारी किया है. कैलाश अस्पताल की बात करें तो इस पर आरोप लगा है कि उन्होंने एक मरीज की ठीक से देख-रेख नहीं की और उसकी मौत हो गई.
आरोप लगाने वालीं एक महिला हैं जिनका नाम कल्पना पांडे है. उन्होंने दावा किया है कि कैलाश अस्पताल की तरफ से उनके पति का ठीक तरीके से इलाज नहीं किया गया. अब मामले की गंभीरता को समझते हुए PPGC ने दो बार नोटिस जारी किया है, लेकिन अभी तक अस्पताल ने कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया है.
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नोटिस जारी, जवाब का इंतजार
ग्रेटर नोएडा के ही यथार्त अस्पताल को लेकर भी ऐसी ही शिकायत देखने को मिली है. वहां भी एक मरीज के परिजन से ज्यादा पैसे लेने के आरोप लगे हैं. शिकायतकर्ता का नाम शास्वत श्रीवास्तव है और उन्होंने बताया है कि अस्पताल की तरफ से उनकी पत्नी और उनके खुद के इलाज में लापरवाही बरती गई है. उन्होंने विधि विरुद्ध तरीके से धन उगाही का जिक्र किया है और अस्पताल के खिलाफ एक्शन की मांग की है. इस अस्पताल को भी नोटिस भेज दिया गया है और दो दिन में जवाब मांगा गया है.
इस अस्पताल ने वापस कर दिए पैसे
वहीं शर्मा अस्पताल को लेकर खबर आई है कि उनकी तरफ से पीड़ित परिवार को 1,15,000/- रुपये वापस कर दिए गए हैं. इसी वजह से शिकायतकर्ता संतुष्ट हैं और उन्होंने अपनी शिकायत को वापस ले लिया है. लेकिन ऐसे मामले कम ही देखने को मिल रहे हैं जहां पर अस्पतालों द्वारा मरीजों को फीस वापस दी गई हो. इसी वजह से लगातार शिकायत भी हो रही हैं और नोटिस देने का सिलसिला भी जारी दिख रहा है.