नोएडा के ओमेक्स सोसाइटी में महिला के साथ बदसलूकी के आरोपी श्रीकांत त्यागी की जमानत अर्जी को सूरजपुर कोर्ट ने खारिज कर दिया है. श्रीकांत त्यागी ने महिला से छेड़छाड़ को लेकर दर्ज किए गए एफआईआर में जमानत याचिका दायर की थी. 'गालीबाज' नेता को अभी जेल के अंदर ही रहना पड़ेगा. कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था.
इसके अलावा श्रीकांत त्यागी पर दर्ज 420, 419, 482 IPC के केस में सुनवाई 16 अगस्त को होगी. गौरतलब है कि नोएडा पुलिस ने 25 हजार के इनामी 'गालीबाज' श्रीकांत त्यागी को मंगलवार को मेरठ से गिरफ्तार किया था. उसी दिन कोर्ट ने सुनवाई करते हुए त्यागी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था.
पुलिस की हिरासत में जाते हुए आरोपी मीडिया के सवालों से बचता रहा. हालांकि उसकी हेकड़ी कम होती नहीं दिखी. श्रीकांत त्यागी को लुक्सर जेल के हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा गया है. श्रीकांत त्यागी जेल की पहली रात के दौरान काफी परेशान दिखा और उसने खाना नहीं खाया, लेकिन दूसरे दिन वह सामान्य था और खाना खा रहा था.
क्या है पूरा मामला
श्रीकांत त्यागी का 5 अगस्त को महिला से गाली-गलौज करने का वीडियो वायरल हुआ था. मामले के तूल पकड़ते ही पुलिस ने केस दर्ज किया था. इसके बाद से ही आरोपी फरार चल रहा था. पुलिस ने उस पर गैंगस्टर की कार्रवाई कर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया था. पुलिस की 12 टीमें उसकी तलाश में जुटी हुई थीं. आखिरकार उसे मेरठ से पकड़ा गया था.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिया था विधायक का स्टीकर
श्रीकांत त्यागी ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि उसकी गाड़ी पर जो विधानसभा सचिवालय का स्टीकर लगा था, वो स्टीकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने उसे दिया था. दरअसल, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए श्रीकांत त्यागी की पांच गाड़ियों को सीज किया है. जिनमें से एक पर विधायक का स्टीकर लगा हुआ मिला था.
लगातार ठिकाना बदलता रहा था श्रीकांत
नोएडा पुलिस ने बताया कि नकुल त्यागी और संजय और ड्राइवर राहुल उसके मुख्य मददगार थे. आऱोपी भागकर पहले दिल्ली के एयरपोर्ट जा रहा था, लेकिन वीडियो वायरल था तो पकड़े जाने के डर से वहां नहीं जा सका. इसके बाद वह फिर मेरठ पहुंचा और कुछ वक्त रुका, जहां उसने फोन आदि बदले. फिर शनिवार को हरिद्वार से ऋषिकेश गया और रविवार को वापस यूपी आया. फिर रविवार शाम के बाद फिर सारे डिवाइस बदले और फिर मेरठ, मुज़फ्फरनगर, बागपत में रहा.