scorecardresearch
 

नोएडा: Twin Tower बना पिकनिक प्वाइंट, सेल्फी लेने 300 किमी दूर से पहुंचे लोग

नोएडा के Supertech Twin Tower गिराए जाने से पहले देर रात लोग दूर-दूर से उसे देखने पहुंचे. इस दौरान लोग Twin Tower के साथ सेल्फी लेते दिखे. बता दें, Twin Tower को 28 अगस्त दोपहर 2:30 बजे ब्लास्ट करके जमींदोज कर दिया जाएगा. 12 सेकेंड में 3700 किलोग्राम बारूद इन इमारतों को ध्वस्त कर देगा.

Advertisement
X
आखिरी बार Twin Tower को देखने पहुंचे लोग.
आखिरी बार Twin Tower को देखने पहुंचे लोग.

नोएडा के सेक्टर 93A में स्थित Twin Tower गिराए जाने से एक रात पहले वहां लोगों की भीड़ देखने को मिली. यह भीड़ इसलिए यहां थी ताकि बिल्डिंग ध्वस्त होने से पहले लोग उसके साथ एक सेल्फी ले सकें. सेल्फी लेने के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर से भी लोग यहां पहुंचे थे. लोग आखिरी बार Twin Tower को देखना चाहते थे.

Advertisement

बता दें, Twin Tower को 28 अगस्त यानी आज दोपहर 2:30 बजे ब्लास्ट करके जमींदोज कर दिया जाएगा. ऐसा भारत में पहली बार हो रहा है कि इतनी बड़ी कोई बिल्डिंग ब्लास्ट करके गिराई जा रही हो. 12 सेकेंड में 3700 किलोग्राम बारूद इन इमारतों को ध्वस्त कर देगा. इसके लिए इमारतों में 9,640 छेद कर ये बारूद भरा गया है. सुपरटेक की एमरॉल्ड कोर्ट के ये ट्विन टावर लंबे समय से निर्माणाधीन ही हैं और अब ये कंप्लीट होने की बजाय जमींदोज होने जा रहे हैं.

एक तरफ इस Twin Tower के आसपास रहने वाले लोगों के मन में डर बैठा है कि कहीं ब्लास्ट से उन्हें कोई नुकसान ना हो. तो वहीं, शनिवार देर रात को यह पिकनिक प्वाइंट बना हुआ था. लोग यहां देर रात Twin Tower के साथ जमकर सेल्फी लेते दिखे.

Advertisement

'आजतक' की टीम ने Twin Tower के साथ आखिरी बार सेल्फी लेने आए लोगों से बातचीत की तो पता लगा कि लोग 300 किमी दूर से भी यहां पहुंचे हैं. ताकि वे भी Twin Tower को आखिरी बार देख सकें और उसके साथ सेल्फी ले सकें. कुछ लोगों ने बताया कि वे हरियाणा के यमुनानगर से Twin Tower को आखिरी बार देखने आए हैं. इसके अलावा और भी कई राज्यों से लोग यहां Twin Tower को अंतिम बार देखने पहुंचे थे.

लोगों ने कहा कि उनके लिए तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं होगा कि जिस बड़ी सी बिल्डिंग को वे लोग इस समय अपनी आंखों से देख रहे हैं, कुछ घंटों में वहां सिर्फ मलबा होगा.

धूल-धूल हो जाएंगे 800 करोड़ रुपये
सुपरटेक के Twin Tower को गिराने में करीब 17.55 करोड रुपये का खर्च आने का अनुमान है. टावर्स को गिराने का ये खर्च भी बिल्डर कंपनी सुपरटेक ही वहन करेगी. इन दोनों टावरों में अभी कुल 950 फ्लैट्स बने हैं और इन्हें बनाने में सुपरटेक ने 200 से 300 करोड़ रुपये खर्च किए थे. वहीं रियल एस्टेट जानकारों की मानें तो जिस इलाके में ये टावर्स बने हैं, वहां प्रॉपर्टी की वैल्यू के हिसाब से इन दोनों टावर्स की वैल्यू 1000 करोड़ रुपये के पार निकल जाती है.  अगर कानूनी मुकदमेबाजियों के चलते इस वैल्यू पर थोड़ा बहुत असर पड़ा भी होगा तो इनकी मौजूदा वैल्यू 700 से 800 करोड़ है. हालांकि कुछ ही घंटों बाद ये वैल्यू धूल भर रह जाएगी.

Advertisement

डिमॉलिशन के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम
Twin Tower का ध्वस्तीकरण सही तरीके से हो जाए, इसके लिए नोएडा प्रशासन ने एक कंट्रोल रूम भी बनाया है. इस नियंत्रण कक्ष में प्रशासन के साथ-साथ आपदा प्रबंधन की टीम मौजूद रहेगी. अस्पतालों से सम्पर्क बनाए रखा जाएगा. इतना ही नहीं अस्पतालों को पहले ही तैयार रहने का अलर्ट जारी कर दिया गया है. धमाके की वजह से जो धूल और धुंऐ का गुबार पैदा होगा, उससे कई लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां आने का अंदेशा है. ऐसे में सेक्टर 128 के जेपी हॉस्पिटल में 12 ICU और 8 इमरजेंसी बेड तैयार रखे गए हैं.

एंबुलेंस को तैयार रहने के लिए कहा गया है. वहीं धमाके में किसी भी तरह की अनहोनी के लिए भी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है.  इतना ही अस्पतालों को संडे के बावजूद पर्याप्त स्टाफ की मौजूदगी, ब्लड बैंक में खून की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए भी कहा गया है. फेलिक्स हॉस्पिटल को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है. ये अस्पताल डिमॉलिशन की जगह से महज 4 किमी ही दूर है. सरकारी अस्पताल GIMS में भी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहेंगी.

Advertisement
Advertisement