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नोएडाः यमुना एक्सप्रेसवे के आवासीय भूखंड का ड्रॉ 7 जुलाई को

डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि आवेदकों की सूची प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है. इसमें 16 जून तक आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है.

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16 जून तक दर्ज कराई जा सकेगी आपत्ति (प्रतीकात्मक तस्वीर)
16 जून तक दर्ज कराई जा सकेगी आपत्ति (प्रतीकात्मक तस्वीर)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • यमुना प्राधिकरण के सीईओ ने दी जानकारी
  • कहा- 16 जून तक दर्ज कराई जा सकेगी आपत्ति

यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण की आवासीय भूखंडों की योजना में आवेदनकर्ताओं के लिए अच्छी खबर है. यमुना विकास प्राधिकरण ने आवासीय भूखंड की योजना के ड्रॉ की तिथि निर्धारित कर दी है. भूखंड आवंटन के लिए 7 जुलाई को ड्रॉ निकाला जाएगा. यमुना विकास प्राधिकरण एक्सप्रेसवे के आसपास नए शहर बसाने की योजना पर बड़े स्तर पर काम कर रहा है.

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दरअसल, इस इलाके में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और फिल्म सिटी योजना के बाद लोगों ने बड़े पैमाने पर निवेश करना शुरू किया है. यमुना विकास प्राधिकरण ने आवासीय और औद्योगिक प्लॉट निकाले थे. यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि सेक्टर-18 और 20 में करीब 600 भूखंड की आवासीय योजना मार्च में लॉन्च की गई थी. इसमें 60, 90, 120, 300, 1000, 2000 और 4000 वर्ग मीटर के भूखंड हैं. आवासीय भूखंड योजना का ड्रॉ 07 जुलाई को सेक्टर पी थ्री के सामुदायिक केंद्र में कराया जाएगा.

डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने बताया कि आवेदकों की सूची प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है. इसमें 16 जून तक आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है. सीईओ ने बताया कि आवासीय भूखंडों के ड्रॉ से पहले औद्योगिक भूखंड योजना का ड्रॉ 25 जून को निकाला जाएगा. सेक्टर-32 और 33 में हैंडीक्राफ्ट, फर्नीचर और अपैरल, ट्वॉय सिटी योजना के भूखंड हैं. गौरतलब है कि इन सभी योजनाएं का ड्रॉ कोरोना संक्रमण के चलते देर से किया जा रहा है.

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नोएडा में हाईटेक होगा ट्रैफिक सिस्टम

नोएडा में ट्रैफिक सिस्टम अब हाईटेक होगा. नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने आईटीएमएस कार्य के लिए परियोजना की शुरुआत कर दी है. इस बड़ी परियोजना को 64 करोड़ रुपये से अमलीजामा पहनाया जाएगा. नोएडा में यह काम 2026 तक पूरा कराया जाना है. ऋतु माहेश्वरी ने इस संबंध में बताया कि नोएडा के लिए यह एक बड़ी परियोजना है. एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (Adaptive Traffic Control System) तंत्र से ट्रैफिक लाइट का कंट्रोल यातायात घनत्व के मुताबिक खुद ही बदलता रहेगा.

नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी
नोएडा अथॉरिटी की सीईओ ऋतु माहेश्वरी

उन्होंने बताया कि स्पीड डायरेक्शन सिस्टम के तहत इस ऑटोमेटिक सिस्टम से वाहनों की गति निर्धारित सीमा से ज्यादा होने पर भी खुद ही चालान कट जाएगा. इस योजना के तहत ट्रैफिक सूचना और दिशा निर्देश ऑटोमेटिक तरीके से लांच किए जाएंगे जबकि 693 एएनपीआर कैमरों की मदद से वाहनों की नंबर प्लेट पढ़कर चालान की कार्यवाही ऑटोमेटिक हो जाएगी. नोएडा अथॉरिटी, नोएडा की सड़कों पर करीब 150 आरएलवीडी कैमरे लगाए गए जिससे रेड लाइट जंप करने वालों का ऑटोमेटिक चालान होगा. 354 सर्विलांस कैमरे की मदद से कार चलाने वाले की पहचान भी हो सकेगी.

लगाए जाएंगे 82 पीए सिस्टम

ऋतु माहेश्वरी ने बताया कि नोएडा के चौराहों पर 82 पीए सिस्टम लगाए जाएंगे जिसके जरिए ट्रैफिक नियमों के पालन का संदेश दिया जाएगा. इन सभी कैमरों और ऑटोमेटिक सिस्टम को कंट्रोल करने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाएगा. इस परियोजना के प्रथम चरण में 20 चौराहों पर आईएसटीएमएस (ISTMS) उपकरण स्थापित किए जाएंगे. सेक्टर-94 स्थित कमांड कंट्रोल सेंटर के भवन में नया इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया जाएगा.

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शहर के 32 चौराहों पर आईएसटीएमएस उपकरण 30 दिसंबर तक स्थापित किए जाने हैं. आईएसटीएमएस सिस्टम से चौराहों पर ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी. यह नागरिकों की सुरक्षा के लिए भी लाभदायक होगा. सड़क हादसों में भी कमी आएगी. नोएडा शहर में बेहतर निगरानी व्यवस्था बनेगी और हादसे के बाद त्वरित मदद में भी सहायता मिलेगी.

 

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