अगर आप यह सोच रहे हैं कि उत्तर भारत से हाड़ कंपाने वाली ठंड जा चुकी है, तो यह आपकी खुशफहमी साबित हो सकती है. हकीकत तो यह है कि जाड़ा जनवरी जाते-जाते भी नहीं जाएगा. मौसम विभाग का कहना है कि बुधवार शाम से चल रही बर्फीली हवाएं कम से कम अगले दो दिनों तक तो खूब सताएंगी.
लखनऊ के मौसम विभाग के वैज्ञानिक के मुताबिक, उत्तर-पश्चिमी हवाएं पहाड़ों की तरफ से आ रही हैं, जहां बर्फबारी हुई है. इसके चलते रात का न्यूनतम तापमान काफी गिर गया है. हालांकि दिन में धूप निकलने से थोड़ी राहत जरूर मिलेगी. दिन का तापमान सामान्य के आसपास ही रहेगा.
एक फरवरी से हालात सुधरने के आसार हैं, मगर इसके दो दिन बाद तीन फरवरी को पूर्वी उत्तर-प्रदेश और पश्चिमी उत्तर-प्रदेश, दोनों ही इलाकों मे बारिश होगी, जिससे एक बार फिर ठंड बढ़ने के आसार हैं.
अगर यूपी की बात करें, तो सबसे कम तापमान मुजफ्फनगर में 2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. इसके बाद आगरा का नंबर है, जहां ये 3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. उरई-जालौन में तापमान 4 डिग्री सेल्सियस, तो कानपुर में न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
भारतीय मौसम विभाग, लखनऊ के निदेशक व मौसम वैज्ञानिक जेपी गुप्ता ने कहा, 'अभी तक पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी हवाएं चल रही थीं, मगर अब इन्होंने अपना रुख बदल लिया है. अब उत्तरी और उत्तरी-पश्चिमी हवाएं चल रही हैं. ये ठंडी हवाएं पहाड़ी इलाकों से आ रही हैं, जहां बर्फबारी हो रही है. इस वजह से तापमान में गिरावट आई है.'
जेपी गुप्ता ने बताया कि इस तरह की बर्फीली हवाएं इस महीने के अंत तक चलेंगी, जिसके चलते सुबह-शाम गलन जैसी हालत रहेगी, लेकिन दिन में मौसम साफ होगा. धूप रहेगी, जिससे दिन का तापमान सामान्य रहेगा. एक फरवरी से दक्षिण-पूर्वी हवाएं फिर से चलना शुरू करेंगी, तब तापमान सामान्य होगा. हालांकि 3 फरवरी से बारिश हो सकती है.