NTPC प्लांट हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई है. इसमें सुरक्षा खामियों की बात सामने आई. जांच में यह भी सामने आया कि राख न निकलने के चलते यह धमाका हुआ था. इसके अलावा केंद्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री आरके सिंह ने मामले की जांच कमेटी गठित कर दी है, जो 30 दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. वहीं, NTPC का बॉयलर फटने से हुई 30 लोगों की मौत के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी किया है.
मामले में आयोग ने सरकार से छह हफ्ते के भीतर विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. मानवाधिकार आयोग ने मीडिया रिपोर्टों का संज्ञान लेते हुए यह कदम उठाया है. मानवाधिकार आयोग की ओर से जारी नोटिस के मुताबिक पहली नवंबर को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे लोगों ने ऊंचाहार में एनटीपीसी के ताप बिजलीघर के बॉयलर में अजीब सी आवाज सुनी थी. इसके थोड़ी देर बाद ही भयानक आवाज हुई और बॉयलर फट गया.
इस प्लांट हादसे में 30 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि सौ से ज्यादा लोग झुलस गये. आयोग ने कहा कि इस पूरे मामले में किसकी लापरवाही या गलती है, इसकी उच्च स्तरीय जांच होनी जरूरी है. आयोग ने यूपी सरकार के मुख्य सचिव को भेजे नोटिस में निर्देश भी दिये हैं.
इसके अलावा मानवाधिकार आयोग ने कहा है कि सरकार इस हादसे में मारे गये लोगों के परिवार वालों को फौरन आर्थिक सहायता दे. साथ ही ये भी सुनिश्चित करे कि घायलों को बेहतरीन इलाज मिले. वहीं, NTPC प्लांट हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आई.