यूं तो सरकारी अधिकारी लोगों की मदद के लिए होते हैं लेकिन इनमें से कुछ ऐसे भी अधिकारी हैं जिनकी लापरवाही की वजह से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
मामला नोएडा के सेक्टर 40 का है, जहां एक मकान में रिकवरी के लिए पहुंचे नायब तहसीलदार ने घर को सील कर दिया जबकि अमेरिकन मूल की महिला और उसका छह महीने का बच्चा घर के अंदर ही था. मीडिया में खबर आने के बाद आनन-फानन में अधिकारियों ने मकान की सील खोली.
लेबर डिपार्टमेंट में चल रहा था केस
सेक्टर 40 के मकान नंबर डी-23 में रहने वाले दिनेश भारद्वाज का एक केस लेबर डिपार्टमेंट में चल रहा था, जहां से उन्हें 1.67 लाख की पेनाल्टी लगी हुई थी. पेनाल्टी न देने पर नोएडा तहसील से रिकवरी के आदेश दिए गए थे.
शुक्रवार को तहसील से नायब तहसीलदार टीम के साथ दिनेश के घर पहुंचे तो वह घर पर नहीं थे जबकि उनकी अमेरिका मूल की पत्नी और छह महीने का बच्चा अंदर ही थे. अधिकारियों ने बिना किसी छानबीन के घर के गेट को सील कर दिया. शाम को जब दिनेश घर लौटे तो देखा कि गेट पर सील लगा दी गई थी. उन्होंने अधिकारियों से पता करना चाहा लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली. जबकि अधिकारियों की लापरवाही से महिला और उसका छह माह का बच्चा करीब 24 घंटे अपने ही घर में कैद रहे.
बयान देने से बचते रहे अधिकारी
मीडिया के जरिए खबर सामने आई तो अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और गेट की सील खोली. जब उनसे इस मामले में बात करने की कोशिश की तो उनका कहना था कि हम बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं.