अयोध्या के विवादित बाबरी मस्जिद मामले के अदालत में पैरोकार हाशिम अंसारी का बुधवार को निधन हो गया. अंसारी ने फैजाबाद में अपने घर में सुबह 5.30 बजे आखिरी सांसें लीं.
94 साल के हाशिम अंसारी बीते 60 सालों से इस केस को लड़ रहे थे. उन्होंने 1949 में पहली बार इस मामले में मुकदमा दर्ज करवाया था. उस समय विवादित ढांचे के भीतर कथित रूप से मूर्तियां रखी गईं थीं.
इसके बाद साल 1975 में इमरजेंसी लगने के दौरान हाशिम अंसारी को गिरफ्तार किया गया. वह 8 महीने जेल में रहे थे.
Babri case litigant Hashim Ansari passed away at his residence in Ayodhya (UP) this morning pic.twitter.com/d6XjcddcbR
— ANI (@ANI_news) July 20, 2016
साल की शुरुआत से तबीयत थी खराब
बता दें कि इस साल फरवरी से ही हाशिम अंसारी की तबीयत खराब है. अंसारी अपने कुछ इंटरव्यू में कह चुके थे कि उन्हें अब मौत का इंतजार है और वह चाहते हैं कि उनके जीवित रहते राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद के मुद्दे का कोई फैसला हो जाए.