समाजवादी पार्टी (सपा) ने संगठन के प्रचार-प्रसार के लिए जारी वार्षिक कैलेंडर में सांसद और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को ब्रांड एंबेस्डर के तौर पर इस्तेमाल किया है. कैलेंडर पर उनकी तस्वीर फुल साइज में है. साथ ही सबसे ऊपर राम मनोहर लोहिया और संस्थापक सदस्यों में रहे जनेश्वर मिश्र की भी तस्वीरें हैं.
इस कैलेंडर में मुख्यमंत्री या सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव की तस्वीर नहीं है. समाजवादी पार्टी सियासत में महिला आरक्षण का विरोध करती रही है, लेकिन अब शायद संगठन की नीतियों में परिवर्तन होने लगा है. हर क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी ने सपा के एजेंडे में भी परिवर्तन किया है. इस बार सपा ने जो अपने संगठन के प्रचार के लिए कैलेंडर जारी किया है, वह पार्टी के बदलते चेहरे की ओर इशारा कर रहा है.
सपा के झंडे की तरह के इस कैलेंडर पर जहां चुनाव चिन्ह साइकिल सबसे ऊपर है वहीं राम मनोहर लोहिया और जनेश्वर मिश्र को भी श्रद्धांजलि दी गई है. यह कैलेंडर प्रदेश भर में जिला कार्यालय पर भेज दिए गए हैं. संगठन के नेताओं से कहा गया है कि इन कैलेंडरों को पार्टी के सभी पदाधिकारियों के घरों पर लगवाया जाए.
ऐसा पहली बार हुआ है
यह पहली बार हो रहा है, जब सपा के कैलेंडर से 'मुलायम एंड फैमिली' के सभी पुरुष नेता गायब हैं. केवल डिंपल यादव को तरजीह दी गई है. वैसे भी अब तक पार्टी का जो कैलेंडर या नीतियों वाली किताब जारी होती रही है उसमें मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव और रामगोपाल सिंह यादव के फोटो लगते रहे हैं. लेकिन इस बार कैलेंडर से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी गायब हैं.