पूर्वी उत्तर प्रदेश में सुस्त पड़े किसान आंदोलन में अलख जगाने की कोशिश शुरू हो गई है. इसकी घोषणा कभी योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और असदुद्दीन ओवैसी को अपने भागीदारी संकल्प मोर्चा से जोड़ने वाले ओमप्रकाश राजभर ने की है. बुधवार (3 फरवरी, 2021) को वाराणसी में मीडिया से मुखातिब होते हुए ओपी राजभर ने किसान आंदोलन के समर्थन में 5 फरवरी को यूपी के सभी 75 जिलों के लगभग 5 हजार गांव में जनचौपाल लगाने की घोषणा की. इतना ही नहीं ओपी राजभर ने 6 फरवरी को किसानों के होने वाले देशव्यापी चक्काजाम को भी समर्थन देते हुए 3 घंटे के चक्काजाम का भी ऐलान कर दिया है.
ओपी राजभर ने बताया कि जनचौपाल में यह बात किसानों को बताई जायेगी कि इस कृषि कानूनों के जरिये आप के खेत में आपको ही मजदूर बनाकर सरकार मजदूरी कराने की तैयारी कर रही है. जब कॉन्ट्रैक्ट में खेती चली जायेगी तो आप अपनी मर्जी से खेती नहीं, बल्कि अपने खेत में मजदूरी कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि चौपाल के माध्यम से किसान को जागृत करके कृषि कानून को वापस कराने की तैयारी की जाएगी.
राहुल गांधी के ट्वीट का समर्थन
राहुल गांधी के तानाशाहों के M नाम पर ट्वीट का भी OP राजभर ने समर्थन करते हुए कहा कि M से तो मोदी जी का भी नाम है. नेता अगर इशारा कर रहा है तो दूसरे नेता की ही ओर करेगा न कि जनता की ओर. इसलिए राहुल गांधी का इशारा मोदी जी की ओर है.
6 फरवरी को किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली बॉर्डर पर कटीले तार और कील लगाने के सवाल पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यह सरकार का तानाशाही रवैया है. यह हर मुद्दे पर फेल हैं. सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए ऐसा कर रही है और यह सारा कुछ अंबानी और अडानी के इशारे पर किया जा रहा है. यह सब कुछ उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है.
अंतरराष्ट्रीय शख्सियतों के ट्वीट का समर्थन
अमेरिकी पॉप गायिका रिहाना सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर की शख्सियतों के द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन के जवाब में ओपी राजभर ने कहा कि दुनिया में सभी को रोटी चाहिए और जिस किसी के अंदर मानवता है वह किसान का समर्थन कर रहे हैं. जिनको किसानों से और देश से मतलब नहीं है वह उद्योगपतियों के इशारे पर नाच रहे हैं.
राम मंदिर निर्माण को लेकर चंदा जुटाने पर भी विवादित बयान
मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक कांतिलाल भूरिया के राम मंदिर निर्माण को लेकर चंदा जुटाने और भाजपा कार्यकर्ता द्वारा रात में शराब पीने के बयान का समर्थन करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने दो कदम और आगे जाकर विवादित बयान दे दिया. उन्होंने कहा कि देवी देवताओं के नाम पर चंदा जुटाने वाले ऐसे ही लोग होते हैं जो शाम को शराब पीते हैं. उदाहरण के तौर पर सरस्वती पूजा, दुर्गा पूजा और लक्ष्मी पूजा जैसे कोई भी चंदा जुटाने वाले, चंदा उतारने के बाद शाम को बैठकर शराब पीते हैं और मूर्ति विसर्जन के वक्त शराब पीकर सड़क पर तांडव करते हैं. जिससे कोई चल नहीं पाता. राम मंदिर निर्माण के नाम पर पहले जो 1400 करोड़ों पर चंदे में उतारे गए आखिर वह पैसा कहां गया, इसका हिसाब किसके पास है?