
दिल्ली-एनसीआर में हवा जहरीली हो चुकी है. लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. जिसके मद्देनजर ग्रैप की स्टेज 4 लागू कर दी गई है. गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों और बच्चों को घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी जा रही है. इस बीच गौतमबुद्ध नगर में कक्षा 1 से कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों में 8 नवंबर तक ऑनलाइन क्लास चलाने के आदेश जारी हुए हैं. वहीं जरूरत होने पर 9वीं से 12वीं तक की क्लास भी ऑनलाइन चलाई जा सकती हैं. इसके साथ ही प्रशासन ने अगले आदेश तक स्कूलों में सभी आउटडोर एक्टीविटी पर भी रोक लगा दी है.
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में इन दिनों प्रदूषण बहुत खराब स्थिति में पहुंच चुका है. गुरुवार सुबह नोएडा में AQI- 469 रहा. दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण का रियल टाइम AQI 500 के पार भी पहुंच गया था. DIU की डेटा के मुताबिक सुबह 8 बजे दिल्ली में 429, नोएडा में 383 और गुरुग्राम 399 AQI दर्ज किया गया था. दिल्ली-एनसीआर के अलावा उत्तर भारत के अन्य शहरों का भी बुरा हाल है. जयपुर में 220, लखनऊ में 140, पटना में 198 AQI दर्ज किया गया.
बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है. जबकि इसके ऊपर खतरनाक स्थिति होती है, जिसमें सांस लेना मुश्किल है.
दिल्ली के स्कूलों में ऑड-इवन हो सकता है लागू
दिल्ली में भी लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए बड़ा फैसला लेने की संभावना है. बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली के स्कूलों को ऑड-इवेन फॉर्मूले के तहत खोला जा सकता है. राज्य सरकार स्कूलों, कॉलेजों, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट को ऑड-ईवन पर चलाने का फैसला ले सकती है. अगर ऑड-इवेन फॉर्मूला लागू होता है तो आधे-आधे छात्रों को फिजिकल क्लासेस के लिए बुलाया जाएगा. यानी आधे छात्रों को तीन दिन घर में रहना होगा और आधे छात्रों को स्कूल जाना होगा.
NCPCR ने की थी स्कूल बंद करने की मांग
इससे पहले राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल बंद करने की मांग की थी. एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को लेकर लिखकर एयर क्वालिटी इंप्रूव होने तक स्कूल बंद करने की मांग की थी.