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फेसबुक पर भारत के वैज्ञानिकों को फंसा रही ISI की विषकन्याएं

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई अब लड़कियों को हथियार बनाकर सोशल मीडिया के जरिये भारत खासकर सेना से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं हासिल करने में जुटी है.

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आईएसआई
आईएसआई

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई अब लड़कियों को हथियार बनाकर सोशल मीडिया के जरिये भारत खासकर सेना से जुड़ी गोपनीय सूचनाएं हासिल करने में जुटी है. पाकिस्तानी 'विषकन्याओं' ने सेना के जवानों के साथ-साथ अब भारत के युवा वैज्ञानिकों पर भी डोरे डालने शुरू कर दिए है. यूपी के बागपत जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है.

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बागपत के विज्ञान प्रसार क्लब में साइंस इनोवेशन एंड ह्यूमेनिस्ट संस्थान के निदेशक को फेसबुक पर एक लड़की ने पहले अपना फ्रेंड बनाया और सरकार से जुड़ी अहम जानकारी हासिल करने की कोशि‍श की, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. इस बात का खुलासा संस्थान के निदेशक ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष तब किया जब उन्होंने लड़की के फेसबुक अकाउंट पर आईएसआई का 'लोगो' देखा और उसके प्रोफइल पर आईएसआई की 'एसीपी' होना लिखा देखा. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.

बागपत जिले के धनौरा सिल्वर नगर निवासी योगेश के पास एक हफ्ते पहले रानी राव यदुवंशी नाम की एक लड़की ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. उन्होंने उसे स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों के बीच चैटिंग शुरू हो गई. योगेश ने बताया कि रानी राव ने खुद को एक बाल वैज्ञानिक और गाइड बताते हुए कहा कि उसे जलवायु परिवर्तन और मौसम विषय पर साइंस प्रोजेक्ट बनाना है, इसलिए उसे भारत सरकार की साइंस की वेबसाइट के बारे में जानकारी चाहिए.

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लड़की ने योगेश को बताया कि वो IAS की भी तैयारी कर रही है, जिसके बाद योगेश ने उससे उसकी ई-मेल आईडी और फोटो मांगी. बाद में शक होने पर योगेश ने रानी को कोई जानकारी देने से मना कर दिया. योगेश ने बताया कि दो दिन पहले उन्होंने ISI की महिला एजेंटों से जुड़ी एक खबर पढ़ी. इसके बाद उन्होंने अपनी फेसबुक पर रानी का एकांउट चेक किया तो उन्हें शक हुआ कि यह लड़की कहीं आईएसआई की एजेंट तो नहीं है. इसके बाद योगेश ने पुलिस को इसकी सूचना दी. योगेश ने तत्काल उस लड़की को अपनी फ्रेंड लिस्ट से हटा दिया.

फेसबुक पर योगेश की आईएसआई एजेंट के बीच हुई चैटिंग:-

राव- आपका स्वागत है.
योगेश- आप क्या कर रही हैं.
राव- कुछ नहीं, वैसे क्यूं जानना चाहते हैं आप. वैसे में आईएएस की कोचिंग ले रही हूं और बाल वैज्ञानिक के साथ गाइड टीचर हूं.
योगेश- अरे, नहीं बस यूं ही. क्यों बताना नहीं चाहती हैं.
राव- मुझे एक बात बताओ जो लास्ट ईयर नेशनल लेवल भोपाल में हुआ था, क्या तुम वहां गए थे.
योगेश- नहीं, मैं 2013 इंडियन साइंस कांग्रेस में कोलकाता गया था.
राव- ओके, पर मैं वहां गई थी.
योगेश- अगर आपसे मिलेंगे तो कैसे पहचानेंगे.
राव- वैसे तो अब मैं बच्चों को गाइड करूंगी. प्रोजेक्ट बनाने के लिए और उनके साथ मिस शाहिना ही जाएगी क्योंकि फिर मुझे आईएएस की तैयारी भी करनी है. उसके लिए तीन से पांच साल तो लगेंगे ही. वैसे में कल तुम्हें अपनी पिक्चर सेंड कर दूंगी.
राव- मुझे जलवायु परिवर्तन और मौसम पर प्रोजेक्ट बनवाना है, इस विषय पर मुझे कोई साइंस की वेबसाइट बता दो.
योगेश- डियर, आप आठ से दस के छात्रों को ऐसे कंपीटिशन जो कि राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान प्रसार और सीएसआईआर भारत सरकार द्वारा आयोजित किया जा रहा है, में हिस्सा दिला सकते हो.
राव- जो आपने बताया उससे मैं कन्फ्यूज हूं.

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