भारत माता की जय को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अब उत्तर प्रदेश में बागपत की एक पंचायत ने एक फरमान जारी कर इस मामले को गरमा दिया है. यहां के बिजरौल गांव की पंचायत में फैसला किया गया कि जो लोग भारत माता की जय नहीं बोल रहे, उनका सामाजिक और व्यापारिक बहिष्कार होना चाहिए.
इस पंचायत में कई खाप के मुखिया भी शामिल हुए थे और उन्होंने भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
अब तक अपने तुगलगी फरमानों के लिए जानी जाने वाली पंचायत अब देश की एकता और अखंडता को खंडित करने वालों के खिलाफ मुखर होती नजर आ रहीं हैं.
कहां से शुरू हुआ विवाद
ये मामला आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान से शुरू हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा था कि देश के लोगों को 'भारत माता की जय' बोलना सिखाना होगा. इसपर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि अगर उनके गले पर छुरी रख दी जाए, तब भी वो 'भारत माता की जय' नहीं बोलेंगे.