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रेल यात्रियों के लिए टि्वटर बना वरदान, शुगर फ्री चाय से लेकर दवा तक

ताजा मामला जयपुर और झांसी से सामना आया हैं. जिनमें यात्रियों ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को ट्वीट कर दवा और शुगर फ्री चाय उपलब्ध कराने की डिमांड की और अधिकारियों ने उनकी मदद भी की.

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रेल मंत्री सुरेश प्रभु
रेल मंत्री सुरेश प्रभु

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रेल मंत्री सुरेश प्रभु के कुछ यात्रियों के टि्वटर मैसेज को ध्यान में लेते हुए उनकी मदद करने के बाद अब यात्री टि्वटर पर ही मदद मांग रहे हैं. ताजा मामला जयपुर और झांसी से सामना आया हैं. जिनमें यात्रियों ने उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को ट्वीट कर दवा और शुगर फ्री चाय उपलब्ध कराने की डिमांड की और अधिकारियों ने उनकी मदद भी की.

शुगर फ्री चाय के लिए ट्वीट
दूसरी घटना झांसी डिविजन की है। ट्रेन संख्या 18507 के बी1 कोच में सफर कर रहे बीएम मित्तल ने जीएम एनसीआर को ट्वीट कर बताया कि, वे डायबीटिक हैं और स्टाफ उन्हें शुगर फ्री चाय नहीं दे रहा है. इस ट्वीट के बाद जीएम ने कामर्शियल कंट्रोल को सूचना दी. डिप्टी सीसीएम ने सूचना के बाद झांसी डीविजन के अधिकारियों से संपर्क किया और ग्वालियर में यात्री को शुगर फ्री चाय उपलब्ध करा दी गयी.

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ट्रेन में हुआ बीमार बच्ची का इलाज
गुड़गांव के रहने वाली रचना निबोरिया अपनी बेटी के साथ ट्रेन संख्या 12985 में यात्रा कर रही थीं. अचानक बेटी की तबियत खराब होने पर उन्होंने पति को इसकी सूचना दी. उनके पति ने अपने टि्वटर अकाउंट से उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अरूण सक्सेना को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. जानकारी के बाद जीएम ने कमर्शियल विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी. रचना का मोबाइल नंबर अधिकारियों को दिया गया. एनसीआर के कमर्शियल अधिकारियों ने सीनियर डीसीएम जयपुर को इसकी सूचना दी और ट्रेन में बीमार बच्ची का इलाज कराया गया.

ट्वीट से ही 18 महीने के बच्‍चे को मिला था दूध
इससे पहले हाल ही में 18 महीने के बच्‍चे को ट्रेन में दूध का इंतजाम कराने के बाद एक बार फिर रेल मंत्रालय ट्वीट से 15 महीने के बच्‍चे की मदद करने को लेकर हरकत में आया था. मरुधर एक्सप्रेस के B-1 कोच में बच्चे की तबीयत खराब होने पर 15 महीने के बच्‍चे के पिता ने रेलमंत्री को ट्वीट करके मदद मांगी थी. इसके बाद इटावा स्टेशन पर रेलमंत्री ने डॉक्टर भेजकर बच्चे का इलाज कराया गया था.

दरअसल, वाराणसी-जोधपुर, मरुधर एक्सप्रेस के B-1 कोच में ज्ञानेश्वर कुमार अपने परिवार के साथ वाराणसी से गोटन जा रहे थे. इस दौरान उनके 15 महीने के बच्चे को तेज बुखार होने लगा. इस पर उन्होंने रेलमंत्री को ट्वीट कर मदद मांगी. इसके बाद रेलमंत्री ने इटावा स्टेशन पर ट्रेन में डॉक्टर भेजकर उनके बच्चे का इलाज  कराया. 15 महीने के बच्चे की मां सत्या मिश्रा ने रेल मंत्रालय की सुविधा मुहैया कराने से काफी संतुष्‍ट थी.

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