scorecardresearch
 

'सीता रावण के यहां सुरक्षित थी! लेकिन यहां तो राम ही...' लिखकर फंदे से लटककर युवती ने दे दी जान

खुदकुशी की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक युवती जालौन के बाबई थाना क्षेत्र की रहने वाली थी.

Advertisement
X
सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • झांसी में स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत युवती ने लगाई फांसी
  • सुसाइट नोट में युवती ने लिखा, यहां तो राम ही रावण है

उत्तर प्रदेश के झांसी में सामुदायिक स्वास्थ्य  केंद्र में तैनात फार्मासिस्ट द्रोपदी वर्मा ने फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली. जान देने से पहले युवती ने जो सुसाइड नोट लिखा है उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. 

Advertisement

महिला ने लिखा, 'बहुत सोचा मगर किसी ने हौसला नहीं बढ़ाया, सीता को भी राम के सामने अग्निपरीक्षा देनी पड़ी. जबकि सीता रावण के यहां सुरक्षित थी. लेकिन यहां तो राम ही रावण हैं. 

इतना लिखकर युवती ने अपनी फंदे पर लटककर जान दे दी. वहीं मृतक युवती  के पिता विजय शंकर वर्मा ने बताया की उसकी बेटी ऐसा कदम कभी नहीं उठा सकती थी उसने यह कदम किसी न किसी मजबूरी में उठाया होगा. युवती जालौन के बाबई थाना क्षेत्र की रहने वाली है.

विजय शंकर वर्मा ने आरोप लगाया कि एक लड़का उनकी बेटी पर जबरन शादी करने का दबाब बना रहा था और धमकी दी जा रही थी कि अगर ऐसा नहीं किया तो फोटो-वीडियो वायरल कर देगा. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई है.

Advertisement

बता दें कि इससे पहले बिहार के बक्सर में भी एक शख्स ने गुरुवार को ट्रेन से कटकर जान दे दी थी. हैरानी की बात ये है कि मृतक शख्स जय हिंद राम ने खुदकुशी से पहले अपने सुसाइट नोट में लिखा, 'मैं आजाद हो गया, जो भी मेरे शव को सबसे पहले देखेगा वही मेरे लिए भगवान होगा'. साथ ही उसने अपने पत्र में अपने भाई और साले का फोन नंबर भी लिखा था और यह जिक्र किया था कि दोनों में से किसी को उसकी मौत की खबर दे दी जाए. 

ये भी पढ़ें: 

 

Advertisement
Advertisement