अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर विपक्ष पर हमला बोला है. इमरान खान ने विपक्ष को डाकुओं का टोला बताया. इतना ही नहीं उन्होंने विपक्ष पर हॉर्स ट्रेडिंग यानी सांसदों को खरीदने का भी आरोप लगाया. इमरान खान ने पाकिस्तान की जनता से 27 मार्च को उनके साथ निकलने की अपील की है. इसी बीच इमरान खान के गृह मंत्री शेख रशीद ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही चुनाव में जाने के दिए संकेत दिए हैं.
दरअसल, पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी के करीब 2 दर्जन सांसद बागी हो गए हैं. ऐसे में उन पर सत्ता से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है. विपक्ष का दावा है कि इमरान सरकार को पता है कि उनके पास बहुमत नहीं है, इसलिए वे अविश्वास प्रस्ताव को टाल रहे हैं.
क्या कहा पाकिस्तान के गृह मंत्री ने?
पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद ने गुरुवार को कहा कि है कि पाकिस्तान में जल्द चुनाव हो सकता है. हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया अविश्वास प्रस्ताव में इमरान खान विपक्ष को मात दे देंगे.
इमरान खान ने जनता से की खास अपील
इमरान खान एक वीडियो जारी कर कहा, खुलेआम इस मुल्क में डाकुओं का टोला, जो 30 साल से देश को लूट रहा है, भ्रष्टाचार कर रहा है, देश के बाहर पैसा भेजा है. वह इकट्ठा हो गया. उन्होंने कहा, यह टोला इकट्ठे होकर पब्लिक के नुमाइंदों यानी सांसदों को खरीद रहा है. उनके पैसे लगाए जा रहे हैं. खुलेआम खरीदा जा रहा है.
इमरान खान ने कहा, मैं ये चाहता हूं कि मेरी सारी कौम बाहर निकले, सिर्फ एक पैगाम देने के लिए कि हम इसके खिलाफ हैं. जो जुर्म हो रहा है, कौम के खिलाफ आवाम के खिलाफ, उसके हम खिलाफ हैं. आप चोरी के पैसे से सांसदों के जमीर खरीद रहे हैं. कौम इसके खिलाफ है. मैं चाहता हूं कौम निकलने मेरे साथ 27 तारीख को. पूरे पाकिस्तान को पता होना चाहिए कि आगे से किसी की हिम्मत न हो, इस तरह से हॉर्स ट्रेडिंग कर देश की जमहूरियत और कौम को नुकसान पहुंचाए.
पाकिस्तान में कुल सांसद-342, बहुमत के लिए जरूरी - 172
अभी इमरान खान के साथ 176 सांसद हैं
तहरीक ए इंसाफ | 155 |
MQMP | 7 |
PML-Q | 5 |
ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस | 3 |
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान क्या होगा?
बताया जा रहा है कि अविश्वास प्रस्ताव के दौरान इमरान सरकार में सहयोगी पार्टियां MQMP, PML-Q और BAP ने विपक्ष का समर्थन करने का फैसला किया है. इमरान खान सरकार के लिए सिर्फ सहयोगी पार्टियां ही चिंता की बात नहीं है, बल्कि उनकी पार्टी तहरीक ए इंसाफ के 24 सांसदों ने भी बगावत कर रखी है.
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार पर खतरा लगातार मंडरा रहा है. दरअसल, विपक्ष ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था. पाकिस्तान के नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए 25 मार्च को संसद में निचले सदन का सत्र बुलाया है. विपक्ष का दावा है कि इमरान सरकार में सहयोगी पार्टियों ने भी उनका साथ छोड़ दिया है, ऐसे में इमरान खान के पास अब बहुमत नहीं है.