
किसान कानून को लेकर देशव्यापी बंदी का समर्थन और सड़कों पर उतरने का सिलसिला वाराणसी में भले ही राजनीतिक पार्टियों की ओर से जारी रहा हो, लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सिख समुदाय ने भी अपनी मर्जी से बंद का समर्थन करते हुए अपनी-अपनी दुकानों को बंद रखा. इतना ही नहीं सिखों ने अपनी बंद दुकानों के बाहर किसानों के बंद के समर्थन में पोस्टर भी चस्पा किया हुआ था.
किसान कानून के विरोध में जहां एक ओर केंद्र सरकार से दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में ज्यादातर सिख समुदाय के किसानों ने मोर्चा ले रखा है तो वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी सिख समुदाय के लोगों ने अपनी-अपनी दुकानों को बंद करके आज देशव्यापी बंदी का न केवल समर्थन किया बल्कि किसानों के हक के लिए उनकी मांगों को जायज भी ठहराया.
बंदी का असर आज वाराणसी के मदनपुरा में स्थित सिख समुदाय की दुकानों पर देखने को मिला. जहां दुकानों के बाहर सिखों ने वी सपोर्ट फार्मर, जय जवान जय किसान और नो फार्मर नो फ़ूड के पोस्टर चस्पा किए हुए थे. इसके अलावा सिख दुकानदारों ने जमकर नारेबाजी भी की.
बंदी का समर्थन करने वाले सिखों ने बताया कि वे आगे भी इसी तरह किसानों के समर्थन में उतरते रहेंगे, जब तक अन्नदाता उनकी मांगों को मान नहीं लिया जाता और यही संदेश पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से वह पहुंचाना भी चाहते हैं.