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इंडिया को चला रही है मोदी की 'टीम उत्तराखंड'!

उत्तर प्रदेश के चुनावों में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब बीजेपी ने गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाया है. योगी आदित्यनाथ रविवार को यूपी सीएम पद की शपथ लेंगे. योगी मूलत: रूप उत्तराखंड से आते हैं, और इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में उत्तराखंड का वर्चस्व एक ओर बार बढ़ गया है.

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मोदी की टीम उत्तराखंड
मोदी की टीम उत्तराखंड

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उत्तर प्रदेश के चुनावों में प्रचंड जीत हासिल करने के बाद अब बीजेपी ने गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ को सीएम बनाया है. योगी आदित्यनाथ रविवार को यूपी सीएम पद की शपथ लेंगे. योगी मूलत: रूप उत्तराखंड से आते हैं, और इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में उत्तराखंड का वर्चस्व एक बार और बढ़ गया है.

पढ़ें आखिर पीएम मोदी की टीम में कौन-कौन उत्तराखंड से है -

1. योगी आदित्यनाथ, यूपी सीएम
योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह नेगी है. अजय सिंह नेगी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में हुआ था. उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया. वो गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर के महंत हैं. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सबसे बड़े सबसे सूबे की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ के कंधों पर ही दी है.

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2. अजित डोवाल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार
देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल भी उत्तराखंड से ही आते हैं. डोवाल का जन्म 1945 में पौड़ी गढ़वाल के एक गांव में हुआ था. उनके पिता भी आर्मी में थे. अजित डोवाल रिटायर्ड IPS हैं और IB के डायरेक्टर भी रह चुके है. डोवाल पीएम मोदी के काफी करीबी हैं और उन पर काफी भरोसा करते हैं. इसलिए देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी डोवाल के हाथों में ही है, डोवाल को भारत का जेम्स बॉन्ड भी कहा जाता है.

3. त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री उत्तराखंड
शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के काफी करीबी माने जाते हैं. यही वजह रही कि उत्तराखंड में मिले इतने बड़े बहुमत के बाद उन्होंने सूबे की कमान उनके हाथ में सौंपी. इससे पहले वह झारखंड के प्रभारी और लोकसभा चुनावों के दौरान यूपी के सह प्रभारी थे.

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4. जनरल बिपिन रावत, आर्मी चीफ
भारतीय सेना के 27वें आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत देश के सबसे अहम पद पर मौजूद हैं. बिपिन रावत उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले से आते हैं, और उनका बैकग्राउंड भी आर्मी का ही है. 2016 में जनरल दलबीर सिंह का कार्यकाल खत्म होने के बाद पीएम मोदी ने रावत पर भरोसा रखते हुए उन्हें देश की सेना की कमान सौंपी.

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5. अनिल कुमार धस्माना, रॉ डायरेक्टर
रॉ स्पेशल डॉयरेक्टर अनिल धस्माना 1981 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं, रॉ में कई अहम भूमिका निभा चुके धस्माना कैबिनेट सचिवालय में विशेष सचिव के पद पर तैनात थे. वह उत्तराखंड के पौड़ी से आते हैं. धस्माना बलूचिस्तान मुद्दे के एक्सपर्ट माने जाते हैं, यही कारण रहा कि पीएम मोदी ने उन्हें इतनी अहम जिम्मेदारी दी. उन्हें पाकिस्तान और अफगानिस्तान के मामलों का भी खासा अनुभव रहा है, वे लंदन और फ्रैंकफर्ट के अलावा सार्क व यूरोपीय डेस्क पर काम कर चुके हैं.

6. अनिल कुमार भट्ट, डीजीएमओ
डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) अनिल कुमार भट्ट भी उत्तराखंड के खतवाड़ ही आते हैं. पाक अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक को सफलतापूर्वक अंजाम देने में अहम भूमिका निभाने वाले के बाद ही लेफ्टिनेंट जनरल अनिल कुमार भट्ट को पीएम मोदी ने डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) जैसे अहम पद पर नियुक्त किया था.

7. राजेंद्र सिंह, डीजी कोस्ट गॉर्ड
कोस्ट गॉर्ड के पहले बैच से ताल्लुक रखने वाले राजेंद्र सिंह भारतीय कोस्ट गॉर्ड के डॉयरेक्टर जनरल पद पर तैनात हैं. मुंबई में हुए 26/11 हमले के दौरान राजेंद्र सिंह ने अहम भूमिका निभाई थी. उन्होंने फरवरी, 2017 में डॉयरेक्टर जनरल का पदभार संभाला था. वह इस पद को संभालने वाले पहले नॉन-नेवी अफसर थे.

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8. भास्कर खुल्बे, PMO
सीनियर आईएएस अफसर भास्कर खुल्बे पीएमओ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेकेट्री हैं. उन्हें हाल ही में एडिशनल सेकेट्री पद से सेकेट्री बनाया गया था. बंगाल कैडर के भास्कर, पीएमओ में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले अफसर है. उनकी तन्खवाह करीब 2 लाख रुपये माह है.

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