प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी को दीपावली से ठीक पहले लगभग सात सौ करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात देंगे. सोमवार को पीएम मोदी वर्चुअल तरीके से 19 परियोजनाओं का लोकार्पण और 17 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे.
19 परियोजनाओं के लोकार्पण में लगभग 232 करोड़ रुपयों की लागत आएगी. जबकि 17 शिलान्यास वाली परियोजनाओं में लगभग 465 करोड़ रुपये की लागत आई है.
खास बात यह है कि ये सभी 19 परियोजनाएं कोरोनाकाल में पूरी हुई हैं. इसमें भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ के धामेख स्तूप पर महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज में लाइट और साउंड का शो मुख्य आकर्षण का केंद्र है.
वहीं लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं में अलग-अलग विभागों के अलग काम हैं. जैसे आईपीडीएस, स्मार्ट सिटी, PWD, यूपी सिटको, अस्पताल निर्माण हैं. जबकि शिलान्यास में स्मार्ट सिटी का काम, सड़क और इमारतों का निर्माण शुरू होना है. इस तरह कुल मिलाकर लगभग 697 करोड़ रुपयों के लोकार्पण और शिलान्यास वाली परियोजनाएं हैं.
लॉकडाउन में पूरी हुईं परियोजनाएं
वाराणसी कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि 9 अक्टूबर को लोकार्पण होने वाली परियोजनाओं की खास बात यह है कि यह सारी परियोजनाएं कोरोना काल के लॉकडाउन पीरियड में पूरी की गई हैं. जनपद वाराणसी में लगभग 10000 करोड़ की परियोजनाएं संचालित हैं. यह सारी परियोजनाएं अगले साल दिसंबर तक पूरी हो जाएंगी. इसमें कई परियोजनाएं पहले भी पूरी हो सकती हैं. जिसका सीधा लाभ जनता को मिलेगा.
9 नवंबर को वर्चुअली पीएम मोदी के हाथों लोकार्पित होने वाली परियोजनाओं में सबसे आकर्षक भगवान बुद्ध के उपदेश स्थली सारनाथ के धामेख स्तूप पर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज में साउंड और लाइट का शो है.
वाराणसी कमिश्नर ने बताया कि सारनाथ बुद्ध सर्किट का बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है. शुरुआत में इस परियोजना को लेकर काफी कठिनाई आई थी और नतीजे भी संतोषजनक नहीं मिल पाए थे. क्योंकि हर महीने हजारों की संख्या में पर्यटक धामेख स्तूप पर आते हैं तो लाइट एंड साउंड का एक शो वहां पर पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू किया जा रहा है. इस आधे घंटे के लाइट और साउंड के शो में बुद्ध धर्म के विकास और सारनाथ के महत्व के बारे में बताया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि यहां के लिए सबसे मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें वॉइस ओवर विख्यात अभिनेता अमिताभ बच्चन की आवाज में है. कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने भरोसा जताया कि इस साउंड और लाइट शो से ना केवल पर्यटकों और बौद्ध धर्म को मानने वालों को काफी अच्छा लगेगा, बल्कि वाराणसी की अर्थव्यवस्था में भी बढ़ोतरी होगी.
वहीं 9 नवंबर को वर्चुअली काशीवासियों को तोहफा देने के बारे में और जानकारी देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रविंद्र जायसवाल ने बताया कि आजादी के बाद से ही वाराणसी विकास के मामलों में काफी पिछड़ा और उपेक्षित रहा है, लेकिन जब से देश के प्रधानमंत्री वाराणसी के सांसद हुए हैं तभी से वाराणसी के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए वह प्रयासरत हैं. उन्होंने वाराणसी को भारत के मानचित्र पर स्थापित किया है और लगातार विकास और मूलभूत जरूरतों पर काम जारी है.
उन्होंने बताया कि अभी स्नातक एमएलसी चुनाव होना है, इस वजह से शिक्षा क्षेत्र में तैयार हो चुकी परियोजनाओं के उद्घाटन पर रोक लगी है. नहीं तो सिर्फ बीएचयू में ही 5 परियोजनाएं बनकर तैयार हो गई हैं.
पीएम मोदी के वर्चुअली तोहफे के बारे में और जानकारी देते हुए काशी क्षेत्र बीजेपी के अध्यक्ष महेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि मुख्य रूप से स्मार्ट सिटी के तहत हुए विकास, पंचकोशी यात्रा को और अधिक सुलभ, बिजली के तारों से शहर को मुक्ति, मल्टीलेवल पार्किंग और वाराणसी को आध्यात्म से जोड़कर विकास के रास्ते कैसे आगे बढ़ाया जाए, इसपर काम हो रहा है.