पीएम नरेंद्र मोदी एक मई को बलिया में उज्जवला योजना की लॉन्चिग करने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आएंगे. प्रशासन पीएम मोदी के आगमन की तैयारी में जुट गया है. बीजेपी नेता पीएम के स्वागत कार्यक्रम की रूपरेखा बनाने में लगे हैं. पीएम एक मई को ई-रिक्शा और ई-वोट का वितरण करेंगे.
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी 7 नवम्बर 2014 को वाराणसी का पहला दौरा किया. वो इस दौरान अपने दो दिवसीय दौरे के लिए वाराणसी पहुंचे थे. मोदी ने बड़ा लालपुर ने व्यापार केंद्र का शिलान्यास किया. शिलान्यास के बाद मोदी ने कहा कि मैं आज अपनो के बीच आया हूं. लालपुर में भाषण देने के बाद मोदी जयापुर पहुंचे. मोदी ने एक सांसद के तौर पर जयापुर को गोद लिया था. जिसके बाद सांसदो द्वारा गांव को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू हुई.
एक मई को वाराणसी आयेगें प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 मई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहे हैं. प्रधानमंत्री आगमन की सूचना के बाद प्रशासनिक अमले में हलचल है. अभी तक की सूचना पर गौर करें तो प्रधानमंत्री पहले वाराणसी बाबतपुर एयरपोर्ट आयेंगे फिर बलिया चले जायेंगे. इसके बाद फिर लगभग 2 बजे वाराणसी पहुंचेंगे फिर डीएलडब्ल्यू मैदान में ई रिक्शा का वितरण करेंगे और उसके बाद ज्ञान प्रवाह जाएंगे और अस्सी घाट पर वोट का वितरण करेंगे और वहां आयोजित शाम ए बनारस कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे फिर लगभग 8 बजे वापस चले जाएंगे.
प्रधानमंत्री के आगमन के मद्देनजर वाराणसी में तैयारियां जोरों शोरों पर शुरू हो गयी है डीरेका मैदान में कुर्सियां और टेंट का सामान पहुंचने लगा है और ई रिक्शा भी वहां सजाया जाने लगा है. ही प्रधानमंत्री के यहाँ पैडल रिक्शा चालकों के साथ मिलने की बात भी कही जा रही है लिहाजा इसके लिए झोपड़ी तैयार करने का सामान भी डीरेका मैदान तक पहुँच गया है.
मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह छठां वाराणसी दौरा
पहली दौरा नवंबर 2014
दूसरा दौरा 25 दिसंबर 2014
तीसरा दौरा 18 सितंबर 2015
चौथा दौरा 12 दिसंबर 2015
पांचवा दौरा 22 जनवरी 2016
प्रधानमंत्री बनने से पहले चार दफा आ चुके हैं मोदी
20 दिसंबर- 2013 चुनावी सभा
24 अप्रैल- 2014 को पर्चा दाखिल करने
08 मई- यानी मतदान से चार दिन पूर्व संसदीय क्षेत्र में रोड शो
17 मई- विजयी होने के बाद श्री काशी विश्वनाथ के दरबार में पहुंचे और किया रुद्राभिषेक और गंगा आरती देखी. तब उनके साथ भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी थे
तीन बार स्थगित हो चुका है प्रधानमंत्री मोदी का दौरा
14 अक्टूबर 2014 को हुदहुद के चलते
28 जून 2015 को वाराणसी समेत पूरे पूर्वांचल में भारी बारिश
16 जुलाई 2015 भारी वर्षा, पीएम का मंच सजाते करंट से माली की मौत.
नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री बनने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा 6 बार कर चुके हैं. और तीन बार उनका दौरा कैंसिल हो चुका है. तो आइये एक नजर डालते हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे पर. कि उन्होने कब कब वाराणसी के लोगो को क्या क्या सौगात दी.
7 नवम्बर 2014
प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी 7 नवम्बर 2014 को वाराणसी का पहला दौरा किया. वो इस दौरान अपने दो दिवसीय दौरे के लिए वाराणसी पहुंचे थे. मोदी ने बड़ा लालपुर ने व्यापार केंद्र का शिलान्यास किया. शिलान्यास के बाद मोदी ने कहा कि मैं आज अपनो के बीच आया हूं. लालपुर में भाषण देने के बाद मोदी जयापुर पहुंचे. मोदी ने एक सांसद के तौर पर जयापुर को गोद लिया था. जिसके बाद सांसदो द्वारा गांव को गोद लेने की प्रक्रिया शुरू हुई.
25 दिसंबर 2014
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने एक दिवसीय दौरे पर 25 दिसंबर 2014 को काशी पहुंचे. मोदी ने गंगा किनारे स्थित अस्सी घाट पर 'स्वच्छ भारत अभियान' का जायजा लिया. इस मौके पर उन्होंने इंडिया टुडे ग्रुप और इसके चेयरमैन व एडिटर-इन-चीफ अरुण पुरी समेत 9 लोगों और संस्थाओं को इस देशव्यापी अभियान के लिए नॉमिनेट भी किया. प्रधानमंत्री ने जिन लोगों को नॉमिनेट किया, उनमें नागालैंड के राज्यपाल पीबी आचार्य, किरण बेदी, सौरव गांगुली, सोनल मानसिंह, रामोजी राव, कपिल शर्मा, आईसीएआई और मुंबई के 'डब्बा वाले' भी शामिल हैं. हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का वाराणसी में दूसरा दौरा था.
18 सितंबर 2015
नरेन्द्र मोदी 18 दिसम्बर 2015 को वाराणसी का दौरा किया. इस दौरान वाराणसी में रिक्शा चालकों को 501 पैडल और 101 ई रिक्शे तथा सोलर लैम्प वितरित करने के एक समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पिछले 60 सालों से हम गरीबों के कल्याण की केवल बातें करते रहे लेकिन जितनी मात्रा में इसके परिणाम आने चाहिए थे, गरीबों की जिंदगी में जो बदलाव आने चाहिए थे, वे नहीं आए. वाराणसी में बिजली की व्यवस्था ठीक करने के लिए 572 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.
कहा की आजादी के 75 वीं सालगिरह पर 2022 तक वाराणसी में 24 घंटे बिजली की सुविधा मुहैया कराई जाने पर भी उन्होंने जोर दिया. मोदी ने बताया की वाराणसी को आस-पास के जिलों से जोड़ने के लिए 11 हजार करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं का शुभारंभ किया जाएगा.
12 दिसंबर 2015
भारत के दौरे पर आए जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वाराणसी गए जहां उन्होंने दशाश्वमेध घाट पर होने वाली पारंपरिक गंगा आरती में हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वाराणसी पहुंचे आबे आरती के मौक़े पर भारतीय वेशभूषा में दिखाई दिए. मंत्रोच्चार के बीच प्रधानमंत्री मोदी के साथ जापानी प्रधानमंत्री ने गंगा में पुष्प भी अर्पित किए. दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के इस कार्यक्रम के लिए दशाश्वमेध घाट को विशेष रूप से सजाया गया था. बनारस पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जापानी प्रधानमंत्री की अगवानी की.
दोनों नेताओं के बीच आपसी सहमति के तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई और दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन समेत कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. दोनों देशों ने आपसी संबंधों को नया आयाम देने की प्रतिबद्धता दोहराई और तमाम क्षेत्रों में मिलकर काम करने पर सहमत हुए. हाई स्पीड रेल के विकास के लिए शिंजो आबे ने भारत को 12 बिलियन डॉलर की मदद का भरोसा भी दिलाया.
22 जनवरी 2016
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे. इस अवसर पर, मोदी ने महामना एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई जो वाराणसी और नई दिल्ली के बीच की दूरी 14 घंटे से कम समय में पूरा करेगी. यह यात्रियों को आधुनिकतम सुविधाएं देगी और हफ्ते में तीन दिन चलेगी. इस अवसर पर भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद लॉर्ड राज लूंबा और उनकी पत्नी के साथ अन्य लोग भी मौजूद थे. लूंबा ने हिंदी में भाषण दिया. उन्होंने कहा कि उनके नेतृत्व वाला एक न्यास विधवाओं के पुनर्वास में लगा है और वह वाराणसी में अपने पति खो चुकी महिलाओं की मदद करना चाहता है. मोदी ने विधवाओं के लिए अच्छे काम करने पर लार्ड लूबा और उनकी पत्नी का शुक्रिया अदा किया.
हफ्ते में तीन दिन चलने वाली ये ट्रेन दिल्ली से वाराणसी के बीच की 800 किलोमीटर की दूरी 14 घंटे में तय करेगी. ट्रेन में यात्रियों के सुविधा और स्वच्छता का खासा ध्यान रखा गया है. ट्रेन के हर डिब्बे में बायो टॉयलेट और कूड़ेदान की व्यवस्था की गई है. इसके अलावा एसी कोच में एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है.