अयोध्या में राम मंदिर के लिए जमीन खरीद में घोटाले के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां चल रहे विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे हैं. इस मीटिंग में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा समेत कई बड़े अधिकारी शामिल हैं.
जानकारी के मुताबिक, अयोध्या के विकास का जो खाका तैयार किया गया है, वो अगले 100 साल की जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है. हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी आज अगले 30 साल का प्लान ही देखेंगे.
अयोध्या के लिए डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 20 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट तैयार किए हैं. इन्हीं प्रोजेक्ट पर पीएम मोदी अफसरों से चर्चा करेंगे. सूत्रों की मानें तो पीएम अयोध्या के लिए लगभग 20 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट की घोषणा भी करेंगे. बताया जा रहा है कि पीएम इन प्रोजेक्ट के डिजिटल मॉडल को भी देखेंगे, जिनका प्रेजेंटेशन उनके सामने किया जाएगा.
अयोध्या के गौरव को पुनर्जीवित करने के लिए 20 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं. नई अयोध्या 1,100 एकड़ में तैयार होगी. भव्य और राम की नगरी के अनुरूप अयोध्या के द्वारों को नागर शैली से निर्माण किया जाएगा. इतना ही नहीं, इन द्वारों पर श्रद्धालुओं के लिए भी पर्याप्त प्रबंध होगा.
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हालांकि, अयोध्या में द्वार का निर्माण किस तरह किया जाएगा, इसका कोई लेआउट प्लान अभी तैयार नहीं किया गया है, लेकिन इतनी बात तो तय है कि यहां सभी द्वार रामायण और भगवान राम के चरित्र से जुड़े होंगे. अयोध्या में प्रवेश के लिए 6 द्वार बनाए जाएंगे. इसमें गोंडा रोड पर लक्ष्मण द्वार, वाराणसी रोड पर जटायु द्वार, लखनऊ रोड पर श्रीराम द्वार बनाए जाएंगे.
इसके अलावा सरयू के घाटों और उसके आसपास के इलाकों का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा. साथ ही बाईपास से नया घाट यानी सरयू तट तक जाने के लिए शॉर्टकट रोड बनाई जाएगी. इसके अलावा कला परियोजना, मैनेजमेंट सिस्टम, पशु संरक्षण, बाहरी रिंग रोड, रामायण युग वृक्षारोपण, स्मार्ट ट्रैफिकिंग समेत कई मुद्दों पर भी चर्चा होगी.