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प्रधानमंत्री मोदी का कांग्रेस पर हमला-चौकीदार की वजह से कुछ चोरों की नींद उड़ी

वाराणसी से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर की यात्रा की जहां उन्होंने एक मेडिकल कालेज की आधारशिला रखी और इसके बाद उन्होंने महाराजा सुहेलदेव पर एक डाक टिकट भी जारी किया. हालांकि उनकी रैली में सहयोगी पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का बहिष्कार कर रही है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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हिंदी बेल्ट के 3 राज्यों में मिली करारी हार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं. वाराणसी से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने गाजीपुर की यात्रा की जहां उन्होंने महाराजा सुहेलदेव पर एक डाक टिकट जारी किया. इससे पहले उन्होंने एक मेडिकल कालेज की आधारशिला भी रखी. गाजीपुर में उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला किया.

गाजीपुर में आयोजित रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि आपके चौकीदार ने दिन-रात एक कर दिए हैं. चौकीदार की वजह से कुछ चोरों की नींद उड़ी हुई है. कुछ दिनों में इन चोरों को सही जगह पहुंचाएंगे.

मोदी ने लाखों किसानों की कर्जमाफी के कांग्रेस के वादे पर हमला करते हुए कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने कर्जमाफी की बात कहकर वोट चुराए और पिछले दरवाजे से सरकार बनाने के बाद उसने महज 800 किसानों को फायदा दिया. ये कैसा खेल, ये कैसा धोखा. किसानों के फाइल पर कांग्रेस बैठी हुई थी. कांग्रेस ने किसानों को बर्बाद किया और उन्हें कर्जदार बनाया. उसने स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू नहीं किया. हमारी सरकार ने इसे लागू किया.

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प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गाजीपुर का नया मेडिकल कॉलेज हो, गोरखपुर का AIIMS हो, वाराणसी में बन रहे अनेक आधुनिक अस्पताल हों, पुराने अस्पतालों का विस्तार हों, पूर्वांचल में हजारों करोड़ की स्वास्थ्य सुविधाएं तैयार हो रही हैं. उन्होंने कहा कि आज गरीब से गरीब की भी सुनवाई होने का मार्ग खुला है. समाज के आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति को गरिमापूर्ण जीवन देने का ये अभियान अभी शुरुआती दौर में है.

मेडिकल हब बनेगा पूर्वांचल

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज पूर्वांचल और पूरे उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने वाला एक और पुण्य कार्य हुआ है. महाराज सुहेलदेव जी के योगदान को नमन करते हुए उनकी स्मृति में पोस्टल स्टैंप जारी किया गया है. ये डाक टिकट लाखों की संख्या में देशभर के पोस्ट ऑफिस के माध्यम से देश के घर-घर में पहुंचेगा. उन्होंने आगे कहा कि देश के ऐसे हर वीर-वीरांगनाओं को, जिन्हें पहले की सरकारों ने पूरा मान नहीं दिया, उनको नमन करने का काम हमारी सरकार कर रही है.

उन्होंने ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में मेरे आज के प्रवास के दौरान, पूर्वांचल को देश का एक बड़ा मेडिकल हब बनाने, कृषि से जुड़े शोध का महत्वपूर्ण सेंटर बनाने और यूपी के लघु उद्योगों को मजबूत करने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे.'

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महाराज सुहेलदेव का बनेगा भव्य स्मारक

आरटीआई मैदान पर जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग कहते हैं कि जब महाराज सुहेलदेव का राज था तो घरों में ताला लगाने की जरुरत नहीं पड़ती थी. उन्होंने अपने शासनकाल में कई लोककल्याणकारी कार्य किए. वह लोगों के बेहद चहेते थे. वह सबको साथ लेकर चलते थे. वह सबके थे. मोदी ने राज्य में महाराज सुहेलदेव का एक भव्य स्मारक बनाए जाने का ऐलान किया.

प्रधानमंत्री मोदी की गाजीपुर यात्रा बेहद अहम है क्योंकि उनकी कोशिश यहां के राजभर-पासी वोटों को साधने की है. हालांकि उनकी इस यात्रा का स्थानीय सहयोगी दल विरोध कर रहे हैं. राज्य सरकार में सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का ऐलान किया है. राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार में वरिष्ठ मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि वह प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. ओम प्रकाश राजभर इस बात से नाराज हैं कि डाक टिकट पर महाराजा सुहेलदेव राजभर का पूरा नाम अंकित नहीं है.

अपना दल (एस) भी नाराज

बीजेपी को उसकी एक अन्य सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) से भी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अपना दल (एस) के अध्यक्ष आशीष पटेल ने मिर्जापुर में एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि एनडीए के बडे़ घटक बीजेपी की ओर से छोटे दल अनदेखी महसूस कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से अपना दल (एस) की 15 से अधिक सीटों पर उपस्थिति है. कुर्मी और पटेल उसके प्रमुख वोटर हैं और उनमें से लगभग एक लाख केवल प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में ही हैं.

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गाजीपुर के बाद वाराणसी

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी जाएंगे और यह पिछले दो महीने में अपने निर्वाचन क्षेत्र में उनकी दूसरी यात्रा होगी. मोदी की वाराणसी यात्रा इस लिहाज से भी अहम है क्योंकि यहां 21 जनवरी से प्रवासी भारतीय दिवस होना है, जिसकी तैयारियां अपने अंतिम चरण में है.

वाराणसी में प्रधानमंत्री 'राष्ट्रीय बीज अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र' के परिसर में 'अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान' और 'दक्षिण एशिया क्षेत्रीय केंद्र' को राष्ट्र को समर्पित करेंगे. यह चावल अनुसंधान संस्थान साउथ एशिया और सार्क देशों में चावल के अनुसंधान और प्रशिक्षण का अहम केंद्र बनेगा. मोदी पिछले साल नवंबर में अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान के फिलीपींस स्थित मुख्यालय गए थे.

इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी दीनदयाल हस्तकला संकुल में 'वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट' क्षेत्रीय शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे. दिल्ली रवाना होने से पहले वह बुनकरों और हस्तशिल्पियों से मुलाकात करेंगे. इससे पहले वह 12 नवंबर को वाराणसी आए थे. तब उन्होंने कई परियोजनाओं की शुरुआत करने के बाद जनसभा को संबोधित भी किया था.

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