प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 14 अक्टूबर को वाराणसी का प्रस्तावित दो दिवसीय दौरा रद्द हो गया है. इसके पीछे की वजह आत्मघाती हमले की आशंका बताई जा रही है लेकिन बीजेपी का कहना है कि देश के कई हिस्सों में आई आपदा की वजह से पीएम का दौरा रद्द किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें कहा गया था कि पीएम के दौरे के दौरान आतंकी आत्मघाती हमला कर सकते हैं. इसके मुताबिक, आतंकी पीएम पर विवाहित जोड़े के रूप में आत्मघाती हमला कर सकते थे.
एजेंसियों को वाराणसी में मोदी पर आतंकी हमले की जानकारी मिली है. इस मामले में आशंका जताई जा रही है कि यह हमला 21 मई 1991 को श्रीपेरंबदूर में पूर्व पीएम राजीव गांधी पर हुए हमले की तरह हो सकता है. लिट्टे द्वारा किए गए इस आत्मघाती हमले में राजीव गांधी को मौत हो गई थी.
नक्सली हमले की आशंका
पीएम के प्रस्तावित दौरे की सुरक्षा में जुटे अफसरों के मुताबिक वाराणसी के पड़ोसी जिलों जैसे चंदौली, गाजीपुर और सोनभद्र से भी खुफिया सूचनाएं जमा की जा रही थी. ये तीनों जिले नक्सल प्रभावित हैं और नक्सली अपनी हनक दिखाने के लिए भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.
अधूरा है ट्रॉमा सेंटर का काम
वहीं, मोदी के दौरे की तैयारियों से जुड़े लोगों ने बताया कि बीएचयू में जिस ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन पीएम को करना था, उसमें कई काम अब भी अधूरे हैं. बताया जा रहा है कि ट्रॉमा सेंटर के निर्माण से जुड़े कुछ लोगों ने इस बात को सही तरीके से पेश नहीं किया. वहीं, जब इस मामले की जानकारी पीएमओ तक पहुंची तो पीएम मोदी का कार्यक्रम रद्द कर दिया गया. माना जा रहा है कि अर्ध-निर्मित ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन करने से विपक्षी पार्टियों को पीएम मोदी पर हमला करने का मौका मिल जाता, इस वजह से भी यह कार्यक्रम रद्द किया गया.
पार्टी की सफाई
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी का कहना है कि पीएम मोदी ने देश में आई आपदा (हुदहुद तूफान) को देखते हुए अपना दौरा रद्द किया है. फिलहाल पीएम काशी नहीं आ रहे. बीएचयू में उनके कार्यक्रम को लेकर आगामी एक हफ्ते में कोई फैसला लिया जाएगा. ट्रॉमा सेंटर का उद्घाटन मोदी खुद करेंगे. साथ ही 'आदर्श ग्राम योजना' के तहत रोहनिया के ककरहिया गांव को गोद लिए जाने की घोषणा भी बाद में की जाएगी.