समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने कोरोना वायरस संकट के दौरान JEE-NEET परीक्षा कराये जाने के खिलाफ सोमवार को लखनऊ में विरोध प्रदर्शन किया. सपा कार्यकर्ता जेईई-एनईईटी परीक्षा को स्थगित किए जाने की मांग कर रहे थे. इस विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ लाठीचार्ज किया.
सपा कार्यकर्ताओं ने जीईई-एनईईटी परीक्षा को स्थगित किए जाने की मांग करते हुए लखनऊ के बंदरिया बाग चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस ने सपा कार्यकर्ताओं पर किया जमकर लाठीचार्ज किया. इसमें कई कार्यकर्ता घायल हो गए. बताया जा रहा है कि पुलिस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ताओं के सिर भी फट गए. हालांकि इसमें कई पुलिसकर्मी भी जख्मी बताए जा रहे हैं.
इस बीच, यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, 'जिस प्रकार देशभर के परीक्षार्थियों ने अपनी ‘नापसंदगी’ दर्शाकर अपना रोष दर्ज किया है, उसने साफ कर दिया है कि चिंतित युवा और अभिभावक भी चाहते हैं कि सत्ताधारी अपना दंभ त्यागकर परिवारवालों की मांग सुनें. याद रहे पलटे हुए अंगूठे सत्ता भी पलट देते हैं. ये जनतंत्र है; मनतंत्र नहीं.'
बता दें कि JEE की परीक्षाएं 1 से 6 सितंबर के बीच होनी हैं जबकि NEET 13 सितंबर को है. छात्र कोरोना वायरस का हवाला देकर सरकार से परीक्षा टालने की मांग कर रहे हैं. विपक्षी दल भी परीक्षा को छात्रों के जीवन से खिलवाड़ बताते हुए इसके विरोध में उतर आए हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जेईई और एनईईटी के खिलाफ पूरे देश में प्रदर्शन किया. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि छात्र भविष्य के बेहतर भारत के निर्माता हैं. छात्रों के भविष्य का फैसला उनकी सहमति से ही लिया जाना चाहिए.
इस बीच, सपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में जेईई-एनईईटी परीक्षा को आयोजित किए जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. सड़क पर प्रदर्शन करने वालों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया जिसमें कई सपा कार्यकर्ताओं के घायल होने की बात कही जा रही है. वहीं कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं.