शंकराचार्य और साईं का विवाद अब इस कदर तूल पकड़ने लगा है कि पुलिस को भी इसमें दखल देना पड़ रहा है. यूपी के देवरिया में शंकराचार्य समर्थकों पर पुलिस की लाठियां बरसी हैं. शंकराचार्य समर्थक स्थानीय देवरही मंदिर से साईं मूर्ति को हटाने पहुंचे थे. हंगामे के दौरान अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के समर्थकों पर लाठीचार्ज करना पड़ा है.
गौरतलब है कि अखिल भारतीय हिन्दू महासभा और शंकराचार्य के समर्थक साईं पूजा बंद कराने और सिद्ध पीठ देवरही मंदिर में स्थापित साईं मूर्ति को निकालकर बाहर फेंकने के लिए पहुंचे थे. लेकिन वहां पहले से ही भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. एसडीएम और सीओ पहले से ही मौजूद थे. झड़प के बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को दौड़ा दौड़ा कर पीटा.
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के जिला अध्यक्ष इन्द्रेश अमेठिया का कहना है कि शंकराचार्य के आदेश पर साईं की मूर्ति को हम देवरही मंदिर से बाहर निकालने आए थे, इसी पर पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा है. अमेठिया कहते हैं, 'हम लोग शंकराचार्य के आदेश पर आये थे. देवरही मंदिर में साईं की मूर्ति थी. पुलिस ने जबरन लाठीचार्ज किया है.'
दूसरी तरफ उपजिलाधिकारी गिरिजेश कुमार चौधरी का कहना है कि कुछ लोग बिना ज्ञापन के साईं की प्रतिमा को बाहर निकालने आए थे. इन्हें रोका गया तो ये झगड़ा करने पर आमादा हो गए, इसी के चलते कार्रवाई करनी पड़ी है. उन्होंने यह भी कहा, 'इसमें लाठीचार्ज की कोई बात नहीं है.'