गैंगरेप जैसे संवेदनशील मामलों में सुनवाई और कार्रवाई में देरी किस कदर होती है उसका एक उदाहरण देखने को मिला. वर्ष 1988 के गैंगरेप के एक मामले में पुलिसकर्मी को विभागीय जांच में दोषी पाये जाने के बाद रविवार को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया.
आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने रामस्नेही मिश्रा को सेवा से बर्खास्त कर दिया, क्योंकि उसे जांच में दोषी पाया गया.
पुलिस ने बताया कि मिश्रा तथा तीन अन्य सूरजपुर इलाके के समीप सेक्टर-22 में एक महिला के साथ गैंगरेप के मामले में आरोपी थे. घटना के समय मिश्रा उसकी इलाके में तैनात था. यह मामला अदालत में लंबित है.