बलात्कार के आरोपी आसाराम एक नए मामले में घिर सकते हैं. आसाराम के पूर्व सेवादार और उनके खिलाफ पुलिस के गवाह की हत्या के बाद मुजफ्फरनगर की पुलिस इस हत्याकांड में आसाराम की भूमिका की जांच कर रही है. इस हत्या से सीधा फायदा आसाराम को होता है लिहाजा पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है.
गौरतलब है कि 11 जनवरी को आसाराम और उनके बेटे नारायण स्वामी के खिलाफ पुलिस के गवाह अखिल गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. मुजफ्फरनगर के एसएसपी एचएन सिंह ने अंग्रेजी अखबार 'द इंडियन एक्सप्रेस' को बताया कि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले में आसाराम के शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं करती. नई मंडी थाने में दर्ज एफआईआर में गुप्ता के परिवार ने कहा है कि अखिल को आसाराम और उनके समर्थकों से जान का खतरा था.
पुलिस की जांच के अनुसार हत्यारे बाहरी थे, जिन्होंने हत्या करने से पहले कई बार रेकी की. पुलिस ने इसे योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया हत्याकांड बताया. अखिल गुप्ता के परिवार में पत्नी और दो छोटे बच्चे थे. परिवार ने पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. परिवार के मुताबिक पुलिस का गवाह बनने के बाद भी अखिल को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई. जिसका नतीजा यह हुआ कि अखिल को अपनी जान गंवानी पड़ी.