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UP: पुलिसकर्मी ने जान पर खेलकर तीन लोगों को जलती कार से निकाला, खुद आग में झुलसा

पुलिस के मुताबिक ईस्टर्न पेरीफेरल पर किसान आंदोलन के दौरान यातायात व्यवस्था संभाल रहे अरूण कुमार ने घटना के बाद तत्परता दिखाते हुए अपनी जान की परवाह नहीं की. उन्होंने ड्यूटी प्वाइंट से लगभग 200 मीटर दूर दुर्घटनास्थल पर पहुंचकर कार में सवार दोनों पुरूषों एवं महिला को तत्काल कार से बाहर निकाल लिया.

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घायल पुलिसकर्मी अरूण कुमार.
घायल पुलिसकर्मी अरूण कुमार.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कार में सवार थे तीन लोग, दूसरी कार से हो गई टक्कर
  • टक्कर के बाद एक कार में लग गई आग
  • अरुण कुमार ने अपनी जान पर खेलकर तीनों को बचा लिया

दिल्ली हापुड रोड ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे के पास दो कारें आपस में टकरा गईं. इससे एक कार में आग लग गई. यह देखते ही वहां से 200 मीटर की दूरी पर ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी अरुण कुमार दौड़ पड़े.  उन्होंने जान पर खेलकर कार सवार तीनों लोगों को बचा लिया. इस दौरान ट्रैफिक सिपाही अरुण कुमार खुद आग में झुलस गए. हालांकि राहत की बात यह है कि उनकी हालत स्थिर है और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है. जिस कार में आग लगी थी उसमें 2 पुरूष और1 महिला सवार थी.

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पुलिस के मुताबिक  ईस्टर्न पेरीफेरल पर किसान आंदोलन के दौरान यातायात व्यवस्था संभालने के लिए  अरुण कुमार को लगाया गया था. उन्होंने देखा कि कार में टक्कर के बाद एक कार में आग लग गई है. उन्होंने बिना समय गंवाए उस ओर दौड़ लगा दी और तीनों को कार से बाहर निकालने में सफल रहे. इसके बाद तीनों को  इलाज के लिए शिवालिक अस्पताल भिजवाया. इस दौरान अरूण कुमार के हाथ एवं पैर झुलस गए. उनका उपचार भी जारी है.

दुर्घटना के बाद कार से उठती आग की लपटें.

इस बहादुरी भरे काम की तारीफ हर कोई कर रहा है. पुलिस उपमहानिरीक्षक / वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने  बहादुरी की प्रशंसा करते हुए अरुण कुमार को 10,000 रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की है.

तस्वीरों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि आग कितनी भयानक थी. आग लगने के चलते कार बुरी तरह से जल गई. कार में लोहे के अलावा बाकी सबकुछ जलकर खाक हो गया. ऐसे में सिपाही अरुण कुमार की हिम्मत की हर कोई तारीफ कर रहा है. अरुण कुमार अगर समय पर वहां नहीं पहुंचते और हिम्मत जुटाकर कार सवार तीन लोगों को कार से बाहर नहीं निकालते तो शायद तस्वीर कुछ और होती.

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