रविवार, 29 दिसंबर, को दिल्ली गैंगरेप पीड़िता की पहली पुण्यतिथि थी. घर वालों ने बलिया जिले के अपने गांव में कार्यक्रम का आयोजन किया, लेकिन इसमें कोई जनप्रतिनिधि नहीं पहुंचा.
हालांकि घरवालों ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी, सांसद नीरज शेखर, विधायक उपेंद्र तिवारी को आमंत्रित किया था. आयोजन में जिले के कुछ अधिकारियों ने ही उपस्थिति दर्ज कराई.
रविवार को नारायण बली का पाठ कराने के बाद घर वालों ने बिटिया की पुण्यतिथि मनाई. इसमें जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में एसडीएम ऋषिकेश द्विवेदी, सीएमओ मंसूर अहमद के अलावा कुछ अन्य अधिकारी बिटिया के घर पहुंचे और श्रद्धांजलि देने के साथ शोक संवेदना प्रकट की.
बता दें कि दिल्ली में बस में गैंगरेप की शिकार बिटिया की मौत सिंगापुर अस्पताल में इलाज के दौरान 29 दिसंबर 2012 को हुई थी. 11 जनवरी को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव स्वयं बिटिया के गांव पहुंचे थे. 12 जनवरी को श्राद्ध क्रिया तक बिटिया के गांव में लोगों की आवाजाही रही. लेकिन पहली बरसी पर किसी जनप्रतिनिधि के नहीं पहुंचने से पूरा परिवार मायूस रहा.