नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो उद्घाटन से पहले ही क्रेडिट को लेकर जंग शुरू हो गई है. समाजवादी पार्टी और बीजेपी दोनों ही मेट्रो का क्रेडिट लेना चाहती हैं. योगी आदित्यनाथ को इस मेट्रो की शुरुआत करनी है उससे पहले ही समाजवादी पार्टी ने नोएडा भर में होर्डिंग-पोस्टर लगाकर इसका क्रेडिट अखिलेश यादव सरकार को दे दिया है. समाजवादी पार्टी की ओर से लगाए गए होर्डिंग्स में लिखा है कि योगी सरकार को पुनः अखिलेश के कामों का फीता काटने पर बधाई.
अखिलेश के समय का प्रोजेक्ट
दरअसल अखिलेश यादव सरकार में इस प्रोजेक्ट का तकरीबन 80 फीसदी काम पूरा हो चुका था लेकिन बाकी का काम पूरा होने से पहले ही योगी आदित्यनाथ की सरकार आ गई. उसके बाद काम सामान्य ढंग से ही चलता रहा. बीते 1 महीने से यह मेट्रो कॉरिडोर पूरी तरह से बनकर तैयार था और उद्घाटन के लिए मुख्य अतिथियों की तारीखों का इंतजार कर रहा था. पहले माना जा रहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कॉरिडोर की शुरुआत करने आ सकते हैं. हालांकि, पिछले हफ्ते यह साफ हो गया कि योगी आदित्यनाथ ही इस कॉरिडोर की शुरुआत करेंगे.
पहले भी हुआ है विवाद
यह पहला प्रोजेक्ट नहीं है जिसको लेकर समाजवादी पार्टी और योगी सरकार में टकराव हुआ हो, इससे पहले नोएडा में ही सेक्टर 18 से सेक्टर 62 तक जाने वाले फ्लाईओवर को लेकर भी क्रेडिट वार हुआ था. दरअसल, वह फ्लाईओवर भी अखिलेश सरकार में बना था और योगी सरकार के आने के चंद दिनों बाद ही उसका उद्घाटन हुआ था. उस वक्त तो समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी 1 दिन पहले उस पुल का उद्घाटन कर दिया था जिसको लेकर जमकर विवाद हुआ था.
होम बायर्स भी हैं नाराज
इतना ही नहीं, योगी आदित्यनाथ के लिए मुश्किलें और भी बढ़ती नजर आ रही हैं क्योंकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हजारों ऐसे फ्लैट बायर्स हैं, जिनके साथ बिल्डर्स ने धोखा किया है. योगी सरकार के सत्ता में आने के बाद उनसे यह वादा किया गया था कि चंद दिनों में ही उन्हें उनके फ्लैट की चाबी मिल जाएगी. हालांकि, सरकार के 50 हजार फ्लैटों की चाबी देने का लक्ष्य अभी बहुत पीछे है और ऐसे में कई बड़े प्रोजेक्ट्स के खरीददार अब अपने फ्लैट की मांग को लेकर योगी सरकार से नाराज हैं.