प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन इस बार खास होने जा रहा है. आयोजन के खास होने की वजह ये भी है कि इस बार ये कुंभ के साथ ही आयोजित हो रहा है, वहीं इस बार आयोजन स्थल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी है. वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन 21 से 23 जनवरी तक चलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 22 जनवरी को इसमें शिरकत करेंगे.
सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर समेत अन्य देश-विदेश के बड़े नेताओं की मौजूदगी में इसकी शुरुआत हुई. पहले दिन यहां कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी, जबकि देर रात को योगी आदित्यनाथ की तरफ से सभी के लिए डिनर का आयोजन किया गया है.
External Affairs Minister Sushma Swaraj and Chief Minister Yogi Adityanath inaugurate Youth Pravasi Bharatiya Diwas in Varanasi. pic.twitter.com/TPFuaaTut0
— ANI UP (@ANINewsUP) January 21, 2019
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रविवार को बताया कि इस बार पिछली बार से करीब 3 गुना अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं. उन्होंने बताया, "हमारी कोशिश है कि प्रवासी भारतीयों के अनुभव का लाभ उठाया जाए जिससे देश के विकास में सहयोग मिल सके.’’
विदेश मंत्री ने कहा कि प्रवासी भारतीयों की मांग थी कि कार्यक्रम का आयोजन ऐसे वक्त में किया जाए जब वह कुंभ मेले में शामिल होने के साथ-साथ गणतंत्र दिवस की परेड का भी हिस्सा बन सकें. इसलिए कार्यक्रम के लिए 21 से 23 तक की तारीख तय की गई है.
विदेश मंत्री के अनुसार, अभी तक करीब 6000 लोगों ने इस सम्मेलन में आने के लिए आवेदन किया है. गौरतलब है कि ये प्रवासी भारतीय दिवस का 15वां आयोजन है, इससे पहले ये आयोजन 9 जनवरी के आसपास होता आया था.
सम्मेलन के खत्म होने के बाद सभी प्रतिनिधि 24 जनवरी को प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में जाएंगे, जबकि 26 जनवरी को राजधानी में गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे. गौरतलब है कि वाराणसी में इस बार सम्मेलन के लिए खास इंतजाम किए गए हैं, जिसमें आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित टेंट सिटी भी शामिल है.