
प्रयागराज में नूपुर शर्मा के बयान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में एक्शन जारी है. प्रयागराज के अटाला इलाके में हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने जावेद पंप को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने जावेद पंप को इस हिंसा का मास्टरमाइंड बताया था. जावेद पंप की गिरफ्तारी के बाद अब प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी पीडीए भी एक्शन में आ गई है.
पीडीए ने जावेद पंप के घर पर नोटिस चिपकाकर उसे खाली करने के लिए कहा था. अब भारी पुलिस बल जावेद के घर पहुंच गया है. पुलिस प्रशासन ने जावेद के घर को छावनी में तब्दील कर दिया है. बुलडोजर भी पहुंच गया है. बुलडोजर ने जावेद का घर ध्वस्त करना शुरू भी कर दिया है. बुलडोजर ने जावेद के घर का पहला दरवाजा तोड़ दिया है. बुलडोजर से जावेद के घर की बाउंड्री वाल भी गिरा दी गई है.
#WATCH | Heavy security force deployed in front of the residence of Prayagraj violence accused Javed Ahmed.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 12, 2022
Prayagraj Development Authority (PDA) had earlier put a demolition notice at his residence, asking him to vacate the house by 11am today as it is "illegally constructed". pic.twitter.com/sk0KCEVVdm
बुलाया गया एक और बुलडोजर
प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद पंप के घर ध्वस्तीकरण में तेजी आ गई है. पुलिस प्रशासन ने ध्वस्तीकरण के लिए एक और बुलडोजर मौके पर मंगवा लिया है. अब तीन बुलडोजर जावेद पंप का घर ध्वस्त करने में जुटे हैं. जावेद पंप के घर की पहली मंजिल को तोड़ा जा रहा है.
घर में घुसे पुलिसकर्मी, निकाले सामान
पुलिसकर्मी जावेद पंप के घर के अंदर दाखिल हुए. घर के अंदर से पुलिसकर्मियों ने सामान बाहर निकाला. पुलिसकर्मियों ने मकान की पहली मंजिल पर पहुंचकर भी कुर्सियां और अन्य सामान भी नीचे फेंका. जावेद पंप के घर का दरवाजा अंदर से बंद था. सुबह से ही घर का कोई भी सदस्य बाहर नहीं आया था.
पुलिस अधिकारियों ने पहले ही ये साफ कर दिया था कि यदि दरवाजा नहीं खुला तो उसे तोड़कर अंदर से लोगों को निकाला जाएगा. मौके पर महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती गई है जिससे अगर महिलाएं विरोध करें तो उनको भी नियंत्रित किया जा सके.
पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने घर को खाली कराया और इसके बाद जावेद पंप के आलीशान मकान को तोड़ा जाने लगा. जावेद पंप के घर में कोई भी मौजूद नहीं था. जावेद के घर से भारी सामान पहले ही निकाल लिए गए थे. पहले मौके पर एक बुलडोजर पहुंचा और बाद में एक और बुलडोजर ने ध्वस्तीकरण शुरू किया.
पीडीए ने घर खाली करने को दिया था अल्टीमेटम
इससे पहले, पीडीए की ओर से चस्पा किए गए नोटिस में आज यानी 12 जून को 11 बजे तक घर में रहने वाले सभी लोगों से अपना सामान हटाने के लिए कहा गया था. पीडीए की ओर से चस्पा नोटिस में कहा गया कि 12 जून को दिन में 11 बजे तक घर खाली कर दें जिससे अथॉरिटी अपनी कार्रवाई कर सके. कहा जा रहा है कि पीडीए की ओर से जावेद पंप के घर पर ये नोटिस रात के समय चस्पा की गई है.
बताया जाता है कि प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से चस्पा किए गए नोटिस में अवैध निर्माण की बात कही गई है. पीडीए की नोटिस में कहा गया है कि अथॉरिटी से अनुमति लिए बगैर अवैध तरीके से भूतल और प्रथम तल का निर्माण कराया गया है. इसके हलिए 10 मई 2022 को कारण बताओ नोटिस भी जारी की गई थी. 24 मई को सुनवाई की तिथि तय की गई थी लेकिन न तो जावेद या जावेद के अधिवक्ता ही उपस्थित हुए. इसे लेकर कोई अभिलेख भी प्रस्तुत नहीं किए गए.
आयोग की नोटिस में क्या लिखा है?
पीडीए की ओर से कहा गया है कि 25 मई को भवन के ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किए गए थे जिसे लेकर नोटिस भी चस्पा की गई थी. पीडीए की नोटिस में कहा गया है कि भवन को ध्वस्त कर 9 जून तक सूचित करने के लिए कहा गया था लेकिन ऐसा नहीं किया गया.पीडीए ने 12 जून को 11 बजे तक मकान खाली करने के लिए कहा था जिससे ध्वस्तीकरण किया जा सके.
गौरतलब है कि प्रयागराज के अटाला में प्रदर्शन के दौरान भड़की हिंसा के बाद प्रशासन एक्शन में है. पुलिस ने पहले आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा और उसके बाद उनकी क्राइम हिस्ट्री, कुंडली खंगालना शुरू किया. जावेद पंप को पुलिस ने अटाला में हुए घटनाक्रम का मास्टरमाइंड बताया है. जावेद पर कई संगीन आरोप लगे हैं.
जावेद पंप कैसे पड़ा नाम
प्रयागराज के अटाला निवासी जावेद पंप का सियासी कनेक्शन भी सामने आया है. जावेद पंप वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया का प्रदेश महासचिव भी है. बताया जा रहा है कि जावेद पंप कभी टुल्लू पंप का काम किया करता था. टुल्लू पंप का काम करने वाले जावेद के नाम के आगे पंप जुड़ गया. लोग उसे जावेद पंप कहकर बुलाने लगे और ये उसकी पहचान बन गया.
95 के खिलाफ नामजद मुकदमा
प्रयागराज हिंसा में पुलिस ने 95 लोगों के खिलाफ नामजद और पांच हजार अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष शाह आलम, जीशान रहमानी के साथ ही सपा के पार्षद फजल खान, दिलशाद मंसूरी, मजदूर सभा के नेता आशीष मित्तल और अटाला इलाके के हिस्ट्रीशीटर टीपू के खिलाफ भी पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज किया है.