यूपी के बांदा में मछली पकड़ने गए मछुआरों के जाल में मछली की बजाय बेशकीमती मूर्ति फंस गई. पुलिस ने सूचना मिलते ही मूर्ति को बरामद कर लिया है. इसकी जानकारी पुरातत्व विभाग को पत्र लिखकर भेज दी गई है. ग्रामीणों का कहना है कि यह मूर्ति भगवान श्री राम की जैसी है. फिलहाल, पुलिस ने मूर्ति को मालखाने में सुरक्षित रखवा दिया है.
मामला, जसपुरा थाना के अवारा गांव का है. यहां के बहने वाली चंद्रायल नदी में मछुआरों को मछली पकड़ने के दौरान जाल में एक मूर्ति फंस गई. मछुआरों ने बेशकीमती मूर्ति समझकर घर ले आए. इसके बाद मूर्ति को बेचने का प्लान कर रहे थे. मगर, किसी ग्रामीण ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी. पुलिस ने जानकारी मिलते ही जांच पड़ताल की.
घर से बरामद की गई मूर्ति
इसके बाद पुलिस ने टीम बनाकर सोमवार को एक ग्रामीण के घर से मूर्ति को बरामद कर लिया. जानकारी के मुताबिक, मूर्ति में कई प्रकार के निशान दिखाई दे रहे हैं. इन मूर्ति में जनेऊ, माला आदि जैसे निशान बने हुए हैं. पुलिस ने मूर्ति बरामद करने का बाद सकुशल मालखाने में जमा करा दी है और पुरातत्व विभाग को सूचना दे दी है.
मामले में थाना प्रभारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया, "ग्रामीणों से सूचना मिली थी कि नदी में मछली पकड़ने के दौरान एक मूर्ति मिली है. इसे गांव का ही रहने वाला एक व्यक्ति के घर से बरामद किया गया है. मूर्ति किस धातु की है, इसकी पुष्टि पुरातत्व विभाग करेगा. इसका वजन करीब 4 किलो के आस-पास है."
थाना प्रभारी ने आगे बताया, "मूर्ति को सुरक्षित मालखाने में रख दिया गया है. प्रशासन के पुरातत्व विभाग को सूचना दे दी है. जांच के बाद ही पता चलेगा कि मूर्ति कब की है और किस धातु की बनी है. मूर्ति चोरी नहीं की गई थी. इस वजह से किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं बनती है."