प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'नमामि गंगे' प्रोजेक्ट की समीक्षा के लिए आज (शनिवार) को कानपुर पहुंचे. एयरपोर्ट पर सीएम योगी और यूपी बीजेपी के नेताओं ने पीएम मोदी का स्वागत किया. पीएम मोदी ने गंगा को अविरल और निर्मल बनाने के प्रयासों के संबंध में मंथन किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कानपुर में नेशनल गंगा काउंसिल की बैठक हुई.
इस बैठक में पीएम मोदी ने गंगा की सफाई से जुड़े सभी विभागों, राज्यों और संबंधित मंत्रालयों को इसकी महत्ता समझाने की कोशिश की.
बैठक में पीएम मोदी ने निर्मल गंगा के उद्देश्य को पूरा करने के लिए एक ढांचा बनाने की जरूरत पर बल दिया. जिसके लिए उन्होंने लोगों और खासकर उन शहरों के जागरूक होने को कहा है जो गंगा तट पर स्थित हैं.
बैठक में नहीं पहुंचे बिहार के सीएम नीतीश कुमार
नमामि गंगा प्रोजेक्ट पर आयोजित इस बैठक में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत शामिल हैं. इस बैठक में नीतीश कुमार का पहुंचना तय था, बिहार सीएम नीतीश कुमार के स्वागत में पोस्टर लग चुके थे, लेकिन नीतीश कुमार ने अपना कानपुर दौरा अचानक रद्द कर दिया. नीतीश कुमार की जगह डिप्टी सीएम सुशील मोदी बैठक में पहुंचे.
Kanpur: PM Narendra Modi chairs the first meeting of National Rejuvenation, Protection and Management of River Ganga Council (National Ganga Council) at Chandra Shekhar Azad University of Agriculture and Technology. Union Jal Shakti Minister Gajendra Singh Shekhawat also present. pic.twitter.com/JtEEFPt3Py
— ANI UP (@ANINewsUP) December 14, 2019
वहीं इस बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के अलावा गंगा किनारे स्थित सभी पांच राज्यों के कई मंत्री, मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे. गंगा को निर्मल और अविरल बनाने के लिए अभी तक जो भी कार्य हुए हैं, पीएम मोदी ने उनकी समीक्षा की. इसके साथ ही आने वाले समय में गंगा को स्वच्छ और उसके किनारों को सुंदर बनाने के लिए क्या-क्या किया जा सकता है, इसकी कार्ययोजना पर मंथन हुई. समीक्षा बैठक के बाद पीएम मोदी क्रूज से गंगा दर्शन किया.
सीएम योगी ने भी किया था दौरा
प्रधानमंत्री के दौरे से पहले तैयारियों का जायजा लेने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कानपुर का दौरा किया था. मुख्यमंत्री ने सिसामउ नाले का बहाव गंगा में मिलने से पूरी तरह रुक जाने पर संतोष जताया. ये गंगा नदी में मिलने वाला सबसे बड़ा नाला था. 128 साल पुराने इस नाले से हर दिन 140 MLD सीवेज पानी गंगा में जाता था. ये गंगा के प्रदूषण की बड़ी वजह था.
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट की वजह से गंगा नदी अब पहले की तुलना में कहीं साफ है. सिसामऊ नाला जो सबसे बड़ा नाला था, उसे गंगा में मिलने से पूरी तरह रोक दिया गया है. मैं स्वच्छ गंगा की पहल के लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूं.