यूपी के बुलंदशहर का मंजीत एक प्राइवेट स्कूल में टीचर है. उसकी दो बहनें हैं और दोनों शादी के लायक हो चुकी हैं. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और जमीन भी इतनी नहीं कि शादी का खर्च उठाया जा सके. लिहाजा, मंजीत की नजरें बीते कई महीनों से प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर निहार रही हैं, जहां से अब जाकर मदद की आस जगी है.
बताया जाता है कि कुछ महीने पहले मंजीत ने प्रधानमंत्री कार्यालय को चिट्ठी लिखी थी और आर्थिक मदद की गुहार लगाई थी. चिट्ठी में मंजीत ने लिखा कि उसे आर्थिक मदद की जरूरत है क्योंकि उसे अपनी दो बहनों की शादी करनी है. यह चिट्ठी मनमोहन सिंह के कार्यकाल में लिखी गई थी, लेकिन महीनों के इंतजार के बाद पीएमओ ने अब जाकर चिट्ठी पर कार्रवाई शुरू की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने यूपी सरकार से मंजीत की माली हालत की जांच करने को कहा है ताकि मदद की प्रक्रिया शुरू की जाए.
अनूपशहर के जटपुरा गांव में रहने वाले मंजीत बताते हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को यह चिट्ठी तब लिखी थी जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी. लेकिन कार्रवाई तब शुरू हुई जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने. बुलंदशहर की डीएम कहती हैं कि उन्हें पीएमओ से चिट्ठी मिली है और वो मंजीत की माली हालत की जांच करवा रही हैं.