कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश के पार्टी मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी ने रविवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर लड़कियों की मैराथन नहीं होने देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बिना सरकारी बसों और सरकारी व्यवस्था के ही दस हजार से ज्यादा लड़कियां झांसी में मैराथन में दौड़ने उतरीं.
दरअसल, कांग्रेस ने रविवार को झांसी और लखनऊ में मैराथन का एलान किया था, लेकिन यह मैराथन झांसी में तो आयोजित हुई, लेकिन लखनऊ में नहीं की गई. कांग्रेस के नेताओं कहना है कि प्रशासन ने लखनऊ में मैराथन कराने की इजाज़त नहीं दी.
उन्होंने ट्वीट करके कहा कि आप लड़कियों को नियंत्रित करने जैसी महिला विरोधी बात करते हो, इसलिए आपने लखनऊ में लड़कियों की मैराथन नहीं होने दी. उन्होंने यह भी कहा कि झांसी की लड़कियों ने आपको एक संदेश भेजा है कि लड़कियां सहेंगी नहीं, अपने हक के लिए लड़ेंगी.
..@myogiadityanath जी आप लड़कियों को नियंत्रित करने जैसी महिला विरोधी बात करते हो, इसलिए आपने लखनऊ में लड़कियों की मैराथन नहीं होने दी।
झांसी की लड़कियों ने आपको एक संदेश भेजा है कि लड़कियां सहेंगी नहीं, अपने हक के लिए लड़ेंगी। अगर आप रैली कर सकते हो, तो लड़कियां भी दौड़ेंगी। pic.twitter.com/5bBYT5eyXc
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 26, 2021
राजधानी लखनऊ में मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति नहीं देने पर, शनिवार शाम को कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने लखनऊ पुलिस आयुक्त के कैंप कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि मैराथन दौड़ प्रतियोगिता की अनुमति इसलिए नहीं मिली क्योंकि प्रदेश की लड़कियों का झुकाव कांग्रेस की तरफ दिख रहा है.
कांग्रेस की तरफ से भी शनिवार को भी कई ट्वीट किए गए, जिसमें बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए गए थे. आज भी कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट किया गया, जिसमें कहा गया- 'योगी जी भीड़ जुटाकर लैपटॉप और मोबाइल बांट सकते हैं, लेकिन मैराथन होने नहीं दे रहे हैं. लड़कियों के साथ इतना अन्याय क्यों.'
'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' मैराथन को भाजपाई निरंकुशता व तानाशाही नहीं रोक पाएगी।
अब बेटियां अपने अधिकारों के लिए बोल रही हैं, अन्याय के खिलाफ लड़ रही हैं। pic.twitter.com/0rmgcyD5vf
— Congress (@INCIndia) December 26, 2021